Hamirpur Kisan Mahapanchayat : 33 महीने और चलेगा किसान आंदोलन, किसान नेता राकेश टिकैत ने हमीरपुर में किया बड़ा एलान
Hamirpur Kisan Mahapanchayat : हमीरपुर जिले में आज किसानों के बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे।
Hamirpur Kisan Mahapanchayat : यूपी हमीरपुर जिले (Hamirpur District) में किसानों की महापंचायत में आज किसानों के बीच हुंकार भरने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पहुंचे। राकेश टिकैत ने एलान किया कि 43 महीने से चल रहा किसान आंदोलन अभी 33 महीने तक और चलेगा। उन्होंने कहा जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी तब तक आंदोलन चलेगा। उन्होंने बुंदेलखंड की अन्ना प्रथा, सूखा, कर्ज माफी के साथ खनिज सम्प्रदा में लिए जाने वाले कर का लाभ बुंदेलखंड के निवासियों को मिलने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की लड़ाई लगतार जारी रहेगी जिसमें किसानों को कंधे से कंधे मिलाकर काम करना होगा।
किसान पंचायत में जहां टिकैत ने किसानों से जुड़ी अन्य समस्याओं को लेकर चर्चा की वहीं केंद्र सरकार द्वारा लाए जाने वाले कृषि बिल के विरोध में लगातार संघर्ष जारी रखने की चेतावनी भी दी। हम आपको बता दें हमीरपुर जिले के मौदहा गल्ला मंडी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के किसानों की महापंचायत में पहुंचने पर किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही तलवार भेट करते हुए संघर्ष जारी रखने की अपील की। राकेश टिकैत ने किसानों को सम्बोधित करने के बाद प्रेस वार्ता में कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी कानून बना रही है सरकार जो कानून लागू करना चाहती है वह पूरी तरीके से किसान विरोधी कानून है।
किसानों के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में किसानों की मांगों पर जोर देते हुए बुंदेलखंड (Bundelkhand) में सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगला। राकेश टिकैत बांदा, हमीरपुर और महोबा में हो रही किसान महापंचायतों में शामिल हुए और सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास को निकाला। उन्होंने इन जिलों के किसानों से नए किसान कानून (Kisaan Kanun) के खिलाफ पूरी ताकत से एक जुट होने की अपील की।
राकेश टिकैत ने बांदा, हमीरपुर और महोबा में हो रही किसान महापंचायतों (Kisan Mahapanchayat) में शामिल होकर जनता से कहा कि यह आंदोलन 33 महीने और चलेगा। उन्होंने बीते दिनों पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि हमें भाजपा के धार्मिक नारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। भाजपा जय श्री राम बोलती है और हम राम राम बोलते हैं। देश के संविधान ने हमें नारे लगाने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान कानून के नए बिल के विरोध को लेकर किसान लगातार संघर्ष करते रहेंगे।