Sonbhadra News: सिपाही के सामने व्यवसायी को बेरहमी से पीटा,अधमरी हालत होने पर छोड़ा
Sonbhadra News: बीना पुलिस चौकी (Bina Police Outpost) अंतर्गत एक व्यवसायी को सिपाही की मौजूदगी में बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
Sonbhadra News Today: शक्तिनगर थाना क्षेत्र (shaktinagar police station area) के बीना पुलिस चौकी (Bina Police Outpost) अंतर्गत एक व्यवसायी को सिपाही की मौजूदगी में बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह (SP Amarendra Prasad Singh) की तरफ से सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले की जांच पिपरी सीओ प्रदीप सिंह चंदेल को सौंपी गई है।
बताते हैं कि दुद्धीचुआ, विंध्यनगर, सिंगरौली निवासी अरुण कुमार सिंह ने अपनी दो मशीन कृष्णशिला कोल परियोजना में काम कर रही बालाजी मिनरल्स कंपनी को ₹18000 प्रति महीने के किराए पर दी थी। अरुण सिंह का आरोप है कि बालाजी कंपनी के लोगों ने उनकी मशीन को संचालन के लिए गुंडा किस्म के लोगों को सौंप दिया। उनके द्वारा उनकी मशीन के चालकों के साथ बदतमीजी की जाने लगी। आग में मशीन चलवाई जाने लगी। इसके चलते कई ड्राइवर काम छोड़कर भाग गए।
मशीन का भाड़ा को लेकर कहासुनी
मामला ज्यादा गंभीर होने पर उन्होंने कंपनी के दफ्तर पहुंचकर अपनी मशीन का भाड़ा मांगा और कहा कि अब वह मशीन ले जाना चाहते हैं। इसको लेकर कहासुनी भी हुई। अगले दिन यानी गत शुक्रवार को उन्होंने अपनी मशीन वापस लाने के लिए गाड़ी और अपने आदमियों को भेजा तो मशीन के साथ ही आदमियों को बंधक बना लिया गया। वहां पहुंचे तो उनके आदमियों ने बताया कि यह लोग मशीन छोड़ने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बाद वह शक्तिनगर थाना पहुंचे और पूरी बात बताए।
वहां से बीना पुलिस चौकी के कथित कारखास सिपाही विकास मिश्रा को मामले को देखने की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद दोनों पक्षों को बीना चौकी बुलाया गया जहां मामले को लेकर समझौता हुआ। आरोप है कि इसके बाद विकास मिश्रा पीड़ित को आदमियों को बंधक बनाने वाले स्थल पर ले जाने लगे। पीड़ित द्वारा वहां उसके खिलाफ कुछ गलत घटने की आशंका जताए जाने के बावजूद वह नहीं माने और उसे लेकर जाने लगे।
आरोपों के मुताबिक घटनास्थल पर ले जाने के बहाने जंगल में ले जाकर 40 लोगों के बीच उन्हें सौंप दिया गया। उसमें से छह लोग करण त्रिपाठी, राजू पहलवान, अंकित सिंह दीपक पंडा, विकास सिंह, चंदन दूबे को पहचानता था। शेष अपरिचित थे। उन लोगों ने उसके साथ जमकर मारपीट की। पुलिस का आरोप है कि सब कुछ सिपाही विकास मिश्रा के सामने हुआ।
आज हम इसकी जान लेकर रहेंगे
आरोपों के मुताबिक मारपीट करने वाले एक व्यक्ति ने सिपाही से यहां तक कहा कि मेरे ऊपर हत्या का मुकदमा भले ही दर्ज हो जाए लेकिन आज हम इसकी जान लेकर रहेंगे। इसके बाद पिटाई तब तक की गई जब तक मरणासन्न वाली हालत नहीं हो गई। इसके बाद अधमरे हालत में वहीं छोड़ कर आरोपी चले गए। जानकारी मिलने पर व्यवसायी के साथ वहां पहुंचे और उसे अस्पताल पहुंचाया। दवा उपचार के बाद पीड़ित ने मामले की जानकारी शक्तिनगर पुलिस को दी। आरोप है कि पुलिस ने पहले मामला दर्ज करने में आनाकानी की। बाद में चार नामजद और शेष अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर दो को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के बाद
ग्रव त्रिपाठी निवासी खड़िया थाना शक्ति नगर और अंकित सिंह निवासी पश्चिमी परासी थाना अनपरा को गिरफ्तार का चालान कर दिया गया। दो नामजद आरोपी सहित अन्य फरार हैं जिनकी तलाश जारी है। फरार आरोपियों के ऊपर अनपरा थाने में भी पूर्व में गंभीर मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं। व्यवसायी का कहना है कि हल्की धाराओं में चालान किया गया है। घटना को लेकर पीड़ित का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। उधर, इस मामले की जानकारी एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह को मिली तो उन्होंने पूरे मामले की जानकारी तलब करने के साथ ही सिपाही विकास मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही मामले की जांच के लिए क्षेत्राधिकारी पिपरी प्रदीप सिंह चंदेल को निर्देशित किया गया है।