साइबर क्राइम की यूपी मे बाढ़, 39 हजार निशाने पर
यूपी में साइबर क्राइम के मामलें बढ़ते जा रहे है। इसमे जहां एक ओर लोगों से उनके बैंक खाते से जुड़ी अहम जानकारी लेकर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करने वाले जालसाज है
लखनऊ: यूपी में साइबर क्राइम के मामलें बढ़ते जा रहे है। इसमे जहां एक ओर लोगों से उनके बैंक खाते से जुड़ी अहम जानकारी लेकर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करने वाले जालसाज है तो वहीं सोशल मीडिया के जरिए महिलाओं को परेशान और ब्लैकमेल करने वाले शोहदे भी शामिल है। इधर जालसाजों ने पेंशन पाने वाले ऐसे लोगों को निशाना बनाना शुरू किया है, जो नेटबैंकिंग नहीं करते है। इसी तरह प्रदेश में 39 हजार ऐसे शोहदे पुलिस के रडार पर है जो एक बार पकड़े जा चुके है और पुलिस काउंसलिंग के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है।
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नेट बैंकिंग न करने वाले पेंशनर्स है जालसाजों के टारगेट पर
पहले बात साइबर जालसाजों की। इन साइबर जालसाजों के निशाने पर देशभर के ऐसे पेंसनर्स हैं, जो इंटरनेट बैंकिंग से नहीं जुड़े हैं। हरियाणा, लखनऊ, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड समेत अलग-अलग राज्यों में दो दर्जन से अधिक पेंसनर्स को जालसाज अपना निशाना बनाकर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प चुके हैं। ऐसे जालसाज पेंसनर्स को फोन कर ओटीपी समेत अन्य अहम जानकारी हासिल कर जालसाजी कर रहे हैं। छह महीने से इस काम में जालसाज सक्रिय हैं।
बीते दिनों साइबर क्राइम सेल लखनऊ ने नौ जालसाजों को झारखंड से गिरफ्तार किया था, लेकिन यह जालसाजी अभी भी चालू है। एसीपी साइबर क्राइम सेल विवेक रंजन राय के मुताबिक जालसाज झारखंड समेत अन्य राज्यों में बाकयदा कॉल सेंटर खोल वहां से फोन कर ठगी करते हैं। खुद को बैंककर्मी बताकर पेंसनर्स को झांसे में लेते हैं। फिर धनराशि दोगुनी कराने का झांसा देकर उनसे बैंक एकांउंट संबंधी जरूरी जानकारी पूछकर गाढ़ी कमाई हड़प लेते हैं। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम सेल संबंधित राज्यों की पुलिस टीमों के साथ इनको पकड़ने में लगी हुई है।
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39 हजार शोहदे है निशाने पर
अब बात शोहदों की, वीमेन पॉवर लाइन 1090 के आंकड़ों के मुताबिक यूपी में बीते जनवरी माह से अब तक फोन पर अश्लील मैसेज, फोटो, धमकी व ब्लैकमेल करने की करीब 1.25 लाख शिकायत आ चुकी हैं। वीमेन पॉवर लाइन ने इसमें से अधिकतर का निस्तारण कर चुकी है। जबकि 39 हजार शिकायतें ऐसी है जिसमें आरोपित शोहदे पुलिस की काउंसलिंग के बाद भी अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं। इसके चलते एडीजी वीमेन पॉवर लाइन 1090 ने स्थानीय पुलिस को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बीते तीन महीने में सात ऐसे शातिर शोहदों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनकी कई जिलों से सौ से ज्यादा शिकायतें थी।
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