मरीज की मौत के बाद हॉस्पिटल में तोड़फोड़, परिजनों ने फार्मासिस्ट को किया लहूलुहान
अस्पतालों में लापरवाही का आरोप लगाकर मरीजों के परिजनों के हंगामा और तोड़फोड़ की घटनाएं आये दिन घट रही हैं।
चंदौली: जिले के कोविड अस्पतालों में आए दिन लापरवाही का आरोप लगाकर मरीजों के परिजनों के हंगामा और तोड़फोड़ की घटनाएं आये दिन घट रही हैं।बीती रात जिला अस्पताल में एक मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने पं. कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में जमकर तोड़फोड़ की। पत्थर मारकर दरवाजों के शीशे तोड़ दिए। वहीं फार्मासिस्ट रजनीश की पिटाई भी कर दी।
घटना के बाद परिजन फरार हो गए। परिजनों के हंगामे और मारपीट के बाद चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने स्वास्थ्य सेवा ठप कर विरोध जताया। करीब दो घंटे बाद अधिकारियों के समझाने पर स्वास्थ्य सेवाएं शुरू हो सकी।
इसलिए दहशत में चिकित्साकर्मी
बताते चले कि लौंदा गांव निवासी वीरेंद्र (28) की तबीयत शुक्रवार की भोर में खराब होने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों की टीम ने जांच की तो ऑक्सीजन लेबल काफी कम मिला। इस पर मरीज को एमसीएच विंग में रेफर कर दिया गया। एमसीएच विंग में भर्ती करने के दौरान ही मरीज की मौत हो गई। इसके बाद चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजन आक्रोशित हो गए और जिला अस्पताल पहुंचकर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की। वहीं पत्थर मारकर शीशे तोड़ दिए। फार्मासिस्ट रजनीश ने इसका विरोध किया तो उनकी भी जमकर पिटाई कर दी। तीमारदारो के इस बर्ताव को लेकर जिला चिकित्सालय के चिकित्सा कर्मियों में दहशत का माहौल है। चिकित्सकों ने सुरक्षा व्यवस्था तैनात करने की की मांग किया है।