BJP Vs TMC: बंगाल में एकबार फिर आमने-सामने हुई बीजेपी और टीएमसी, कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, जमकर चले लाठी-डंडे
BJP Vs TMC: राज्य के उत्तरी जिले कूचबिहार में दोनों दलों के नेताओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें जमकर लाठी-डंडे चले। इस दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस के दखल के बाद मामला शांत हुआ।
BJP Vs TMC: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी और मुख्य विपक्षी बीजेपी के कार्यकर्ता एकबार फिर आमने-सामने आ गए। राज्य के उत्तरी जिले कूचबिहार में दोनों दलों के नेताओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें जमकर लाठी-डंडे चले। इस दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस के दखल के बाद मामला शांत हुआ। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को ही इस हिंसा के लिए हिरासत में ले लिया है, जिसे लेकर पार्टी ने आक्रोश जताया है।
दरअसल, बीजेपी ने आज यानी शुक्रवार 28 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के सात उतरी जिलों में 12 घंटे सुबह 6 बजे से रात बजे तक बंद बुलाया है। इस बंद का असर दार्जिलिंग, मालदा, कूचबिहार, जलपाईगुरी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर और दक्षिण दिनाजपुर जैसे जिलों में दिखा। जहां निजी बसें सड़क पर नहीं उतरीं। कूचबिहार जिले में बंद का विरोध कर रहे तृणमुल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बीजेपी वर्कस से भिड़ंत हो गई। इसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता बस डिपो के बाहर धरने पर बैठ गए। प्रोटेस्ट में महिला कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया। पुलिस ने कूचबिहार और उत्तर दिनाजपुर जिले में प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
गोली लगने से बीजेपी कार्यकर्ता की हो गई थी मौत
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उत्तर दिनाजपुर जिले में बीजेपी के एक युवा कार्यकर्ता मृत्युंजय बर्मन की गोली लगने से मौत हो गई थी। ये घटना बुधवार रात की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और रायसेन सीट से बीजेपी सांसद देबाश्री चौधरी ने आरोप लगाया है कि पुलिस बीजेपी की पंचायत समिति के सदस्य विष्णु बर्मन को गिरफ्तार करने आई थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके भतीजे मृत्युंजय को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस इस आरोप को खारिज कर रही है। वहीं, टीएमसी ने बीजेपी पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है।
पहले से सुलग रहा बवाल
पश्चिम बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर और राजनीतिक हत्याओं का मसला काफी पुराना रहा है। राज्य में पिछले दिनों रामनवमी के मौके पर जमकर हिंसा हुई थी। ये मामला अभी ठीक से ठंडा भी नहीं हुआ था कि कलियागंज में एक नाबालिग लड़की की हत्या ने लोगों को हिला कर रख दिया। आदिवासी लड़की का शव एक नहर में मिला था। परिजनों ने रेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया। हालांकि, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर इस आरोप को खारिज कर दियाय़
जिसके बाद समुदाय के लोगों की नाराजगी और बढ़ गई। मंगलवार को बड़ी संख्या में हिंसक लोगों की भीड़ थाने पहुंच गई और इमारत को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों को भी जमकर पीटा गया। पुलिसकर्मी भीड़ से रहम की भीख मांगते नजर आए, जिसका वीडियो भी वारयल हो रहा है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए जिला प्रशासन ने कलियागंज में 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू कर इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया है।