CM योगी का बड़ा तोहफा: 1000-1000 रुपए 30 लाख मजदूरों को
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि प्रदेश के 30 लाख श्रमिकों को 300 करोड़ के भरण पोषण भत्ते का उपहार दिया जाएगा। 1 मई दिवस से दुबारा राशन देने का अभियान शुरू किया जा रहा है।
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री कोरोना संकट के दौरान समाज के हर वर्ग का पूरा ख्याल रख रहे हैं। मजदूर दिवस के अवसर पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि प्रदेश के 30 लाख श्रमिकों को 300 करोड़ के भरण पोषण भत्ते का उपहार दिया जाएगा। 1 मई दिवस से दुबारा राशन देने का अभियान शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से हर श्रमिक के खाते में एक एक हजार रूपये का भरण पोषण भत्ता देने के साथ ही श्रमिकों और जरूरतमंदों के लिए 18 करोड़ को राशन उपलब्ध कराया गया है।
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भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार ने निर्माण श्रमिकों, रोज कमाने वाले ठेली, खोमचा, रेहड़ी, रिक्शा, ई-रिक्शा, कुली, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों धोबी, मिस्त्री, मोची, नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की है।
सबको राशन पहुंचाने के लिए वन नेशन-वन कार्ड योजना यूपी में लागू की जा रही है। योजना के तहत यूपी के प्रवासी श्रमिक, कामगारों को देश के किसी भी हिस्से में राशन मिलेगा। इसके लिए सिर्फ राशन कार्ड नंबर बताकर दूसरे प्रदेश के लोगों को यूपी में भी राशन मिल सकेगा।
प्रदेश में स्थापित 5572 क्रय केन्द्र के माध्यम से लगभग 86 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में लगभग 97 प्रतिशत गेहूँ एवं अन्य फसलों की कटाई का कार्य किया जा चुका है।
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फूड पैकेट्स वितरित किये गये
प्रदेश में प्रचलित कुल 3,55,27,928 राशन कार्डो के सापेक्ष लगभग 3,31,42,167 कार्डो पर खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया है। प्रदेश में 792 सरकारी तथा 1139 स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 12,77,267 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं।
प्रदेश में यूपीडा के अन्तर्गत 5,000 से अधिक मशीनें तथा 11,000 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा 14,400 करोड़ से अधिक की लागत के कार्य प्रारम्भ हो गये हैं, जिसमें 5336 श्रमिक कार्यरत है। 28,928 ग्राम पंचायतों में संचालित परियोजनाओं में लगभग 10 लाख अकुशल श्रमिक कार्यरत हैं।
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