विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान: CMO डॉ. संजय भटनागर ने कोविड और संचारी रोगों से बचाव के बताए उपाय
विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सीएमओ डा. संजय भटनागर की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
लखनऊ: विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गुरुवार को राजधानी के मलिहाबाद ब्लाक के टिकैतगंज और हमीरापुर गाँव में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. संजय भटनागर की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य चिकित्साअधिकारी ने कहा कि 'बारिश का मौसम आते ही जगह-जगह पर पानी भरने के कारण मच्छर पनपते हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि घर हो या आस-पास कहीं पर भी पानी न भरने पाए। इसके साथ ही न कूड़े का ढेर और गंदगी हो, क्योंकि ऐसी जगहों पर भी मच्छर पनपते हैं। पहले ही साफ़-सफाई कर ली जाए तो मच्छरजनित परिस्थितयां नहीं उत्पन्न होंगी।'
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 'कोरोना का संक्रमण भी है, ऐसे में हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बार-बार हाथ धोने से जहाँ यह कोरोना से तो बचाता ही है, साथ में डायरिया जैसी बीमारियों से भी हमारी रक्षा करता है।' उन्होंने कहा कि 'खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, शौच के बाद, 6 माह तक बच्चों को स्तनपान कराने से पहले हाथ जरूर धोना चाहिए।'
डा. संजय भटनागर ने कहा कि 'कोरोना से बचाव के अन्य प्रोटोकॉल जैसे मास्क लगाना और दो गज की शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें। बेवजह घर से बाहर न निकलें और बार-बार अपने चेहरे को न छुएं। 18 से 44 वर्ष व 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग कोरोना का टीका जरूर लगवाएं।'
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि आपके प्रयास से ही सब कुछ संभव है। आप जो भी करें, उसमें आप अपना शत प्रतिशत दें। चाहे वह साक्षरता हो , गाँव की साफ सफाई हो, गाँव को ओडीएफ करने की बात हो, आपका पूरा सहयोग होना चाहिए आप दूसरों के लिए एक मिसाल कायम करें।
राष्ट्रीय वेक्टर जनित नियन्त्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. के.पी.त्रिपाठी ने बताया कि 12 जुलाई से दस्तक अभियान शुरू हो रहा है, जो 25 जुलाई तक चलेगा। इस अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर- घर जाकर दस्तक अभियान के तहत इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के मरीजों, बुखार के मरीजों, क्षय रोग के लक्षण वालों और कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। टीबी के जो भी संभावित रोगी चिन्हित होंगे उनकी जांच कराई जाएगी और पुष्ट होने पर इलाज शुरू कराया जाएगा। बुखार के रोगियों की जांच कराकर देखा जाएगा कि उनमें कहीं इंसेफेलाइटिस, कोविड, मलेरिया, डेंगू आदि के लक्षण तो नहीं हैं। इसके अलावा कुपोषित बच्चों का भी इलाज शुरू कराया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) भेजा जाएगा।
इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मिलिंद वर्धन, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला मलेरिया अधिकारी डी.एन.शुक्ला, मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. अवधेश, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक पवन राठोर, ब्लाक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक मिथलेश, एएनएम अर्चना कुमारी, आशा कार्यकर्ता शची देवी और मुन्नी देवी व संचारी अभियान में शामिल अन्य विभागों के प्रतिनिधि और टिकैतगंज गाँव की प्रधान निशा रावत ने प्रतिभाग किया |
इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन ने मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी सेवा में मरीजों को देखा और जरूरी चिकित्सीय सलाह दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करते हुए कुछ मरीजों के सेहत की जाँच की। इसके आलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य चिकित्सा अधिकारियों ने सीएचसी मलिहाबाद में वृक्षारोपण भी किया।
इस कार्यक्रम के बाद डा. के.पी.त्रिपाठी, अधिशासी अधिकारी प्रेम नारायण, डीएन शुक्ला, राजेश कुमार सिंह और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों ने नगर पंचायत मलिहाबाद के वार्ड न.7 और वार्ड न. 10 का निरीक्षण कर नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ संचारी अभियान को लेकर बैठक की और उपस्थित लोगों को साफ सफाई के बारे में जागरूक किया। नालियों में एंटी लार्वा स्प्रे भी किया गया।