Coronavirus: तीसरी लहर के मद्देनजर अब अस्पतालों में होगी डॉक्टरों व कर्मचारियों की जांच, जिला प्रशासन ने दिया आदेश
Coronavirus: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारियां जोरों पर हैं।
Coronavirus: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारियां जोरों पर हैं। आगामी तीसरी लहर के अंदेशों के मद्देनजर राजधानी में जिला प्रशासन द्वारा फैसला लिया गया है। अब अस्पतालों में डॉक्टर (Doctors) व अन्य कर्मचारियों की भी कोरोना जांच होगी। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग अस्पतालों के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
बता दें कि लखनऊ में अस्पतालों की ओपीडी में दिखाने के लिए मरीज़ों व तीमारदारों के लिए कोविड़-19 की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। बिना रिपोर्ट के अस्पतालों में मरीज़ों का उपचार नहीं किया जा रहा।
हॉस्पिटल के डॉक्टरों और कर्मचारियों की होगी कोरोना जांच
जिला प्रशासन ने प्रदेश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हॉस्पिटल के डॉक्टरों, कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोरोना जांच कराने का आदेश दिया है। इस प्रक्रिया के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हर हॉस्पिटलस के लिए टीमें गठित कर दी हैं।
निजी अस्पताल खुद कराएं डॉक्टर व कर्मचारियों का टेस्ट
कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचाव के लिए अब मरीज ही नहीं, अस्पतालों के डॉक्टर, नर्स समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों की कोविड जांच होगी। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को सभी अस्पतालों में कोरोना जांच कराने के आदेश दिए हैं, जबकि अधिकांश जगह ओपीडी में मरीजों का एंटीजन जांच के बाद ही इलाज किया जा रहा है। वहीं,प्राइवेट अस्पतालों को खुद अपने डॉक्टरों व कर्मियों का टेस्ट कराना होगा।
इस संबंध में डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया कि निजी अस्पताल खुद अपने डॉक्टर और कर्मचारियों की कोरोना जांच कराएंगे। पॉजिटिव पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना देगी होगी।
इन अस्पतालों में तैयार हैं टीमें
जिला प्रशासन के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें सिविल, बलरामपुर, लोहिया, लोकबंधु, राम सागर मिश्र, झलकारीबाई, बीआरडी समेत सभी सरकारी अस्पतालों में टीमें लगाई गई हैं। जो डॉक्टर, नर्स समेत दूसरे कर्मचारियों की कोरोना जांच के लिए नमूने लेंगे।