लखनऊः संविदाकर्मियों को नियमित व पीड़ित परिवारों की मदद करें
मयंक ने सरकार से गुजारिश करते हुए रेगुलर कर्मचारियों की तरह संविदा कर्मचारियों को भी बीमाकृत करने गुहार लगाई है।
लखनऊ: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर मयंक प्रताप सिंह (Mayank Pratap Singh) ने प्रदेश सरकार से संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की और कहा कि संविदा कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर अपनी स्वास्थ्य सेवाएं (Health Services) दे रहे हैं, भूखे प्यासे रात-दिन एक किए हुए हैं।
बता दें कि कोरोना महामारी से लेकर हर मिशन में सक्रिय संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की एक्सीडेंट की वजह से कई जाने चली गई हैं। ऐसे में संविदा कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा एवं एक्सीडेंटल बीमा अनिवार्य होना चाहिए। जो कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं, खुद को प्रोत्साहन के रूप में उनको नियमित करना चाहिए। वहीं जिन कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है, उन दिवंगत हुए साथियों को न्याय मिलना चाहिए। यदि संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होती है तो उसे एक्सीडेंटल बीमा और स्वास्थ्य बीमा के तहत लाभ दिलवाया जाए।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा एवं एक्सीडेंटल बीमा न होने की वजह से उनका परिवार बेसहारा हो जाता है। प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार से गुजारिश करते हुए रेगुलर कर्मचारियों की तरह संविदा कर्मचारियों को भी बीमा कृत करने गुहार लगाई है और कहा है कि हमने ऐसा कौन-सा गुनाह कर दिया है, जो सरकार हम कर्मचारियों का तिरस्कृत कर रही हैं। हम संविदा कर्मचारी रेगुलर कर्मचारियों के बराबर बढ़-चढ़कर अपनी हिस्सेदारी इस वैश्विक महामारी में दे रहे हैं, फिर भी हमारा तिरस्कार हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी अनुरोध किया है कि विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं में संविदा कर्मचारियों को भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाये।