लॉकडाउन: ग्राहक बनकर बाजार पहुंचे DM-SP, जानिए फिर क्या हुआ

लॉकडाउन में आम लोगों की परेशानियों को समझने के लिए वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी भेश बदलकर बाजार में धमक पड़े।

Update: 2020-03-30 08:14 GMT

वाराणसी। लॉकडाउन के चलते बाजारों में लोगों का हाहाकार मचा हुआ है। जिला प्रशासन की लाख हिदायतों के बाद भी दुकानदार रोजमर्रा के सामानों की कालाबाजारी कर रहे हैं। दुकानों पर औने-पौने दामों पर सामान बेचे जा रहे हैं। ऐसे में आम लोगों की परेशानियों को समझने के लिए वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी भेश बदलकर बाजार में धमक पड़े। इसके बाद जो हुआ वो हैरान करने वाला था।

भेष बदल कर पहुंचे अधिकारी

सुबह-सुबह जिले के दोनों आलाधिकारी हाथों में झोला लेकर अचानक चेतगंज इलाके में पहुंच गए। बिल्कुल आम इंसान की तरह। ना कोई सिक्योरिटी और ना ही कोई तामझाम। बस आम आदमी की तरह डीएम और एसएसपी बातें करते हुए चेतगंज के दलहट्टा और मंसाराम फाटक इलाके में पहुंच गए।

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दोनों ग्राहक बनकर अलग-अलग दुकानों पर गए और सामानों का भाव बाजार पूछा। इस दौरान कई दुकानों पर जिला प्रशासन की ओर से तय किये गए रेट से कहीं ज्यादे दाम पर आटा, दाल और चावल जैसी जरूरी सामान बेचे जा रहे थे।

करीब आधा दर्जन दुकानों को किया सीज

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जिस वक्त दोनों आलाधिकारी बाजार का रिएलिटी चेक कर रहे थे, उस दौरान कोई भी दुकानदार उन्हें पहचान नहीं पाया। और ना ही उन्हें ये भनक लगी कि उनकी दुकान पर जिले के सबसे बड़े अधिकारी मौजूद हैं। रिएलिटी चेक के बाद पुलिस ने इन इलाकों के आधा दर्जन दुकानदारों को हिरासत में लेते हुए दुकानों को सीज की कार्रवाई की गई।

सरकार ने निश्चित किए वस्तुओं के दाम

ज्ञात हो कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट को काबू करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 25 मार्च को देश को संबोधित करते हुए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। जिसके चलते अब सिर्फ कुछ निर्धारित समय के लिए ही जरूरत के सामान की दुकाने खुलेंगी। बाकि कोई बिना काम के अपने घर से नहीं निकलेगा।

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इस लिए लोगों की सुविधा को देखते हुए और व्यापारियों द्वारा कालाबाजारी रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर आवश्यक वास्तु के दाम निश्चित किए गए हैं। लेकिन कुछ व्यापारी अभी भी अपनी कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे हैं।

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