आलू की पैदावर बढ़ाने के लिए यहां के किसान कर रहे हैं देशी शराब का छिड़काव
आलू की फसल को शर्दी के मौसम में काफी नुकसान होता है, लेकिन देशी शराब इन फसलों को नुकसान होने से बाच रही है। साथ ही आलू की पैदावर भी बढ़ जाती है। किसान कहते हैं कि ठंड के मौसम में आलू को बोया जाता है और इस फसल में देशी शराब का छिड़काव करने से आलू की पैदावार तो अधिक होती ही है साथी आलू बड़ा और मोटा भी हो जाता है। जिससे किसान को अधिक मुनाफा होता।
इटावा: आलू की फसल को शर्दी के मौसम में काफी नुकसान होता है, लेकिन देशी शराब इन फसलों को नुकसान होने से बाच रही है। साथ ही आलू की पैदावर भी बढ़ जाती है।
किसान कहते हैं अधिक होता है मुनाफा
किसान कहते हैं कि ठंड के मौसम में आलू को बोया जाता है और इस फसल में देशी शराब का छिड़काव करने से आलू की पैदावार तो अधिक होती ही है साथी आलू बड़ा और मोटा भी हो जाता है। जिससे किसान को अधिक मुनाफा होता।
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इटावा में किसान आलू की पौधों पर देशी शराब का छिड़काव कर रहे हैं। इस बारे में एक किसान का कहना था कि शराब मिलाने से आलू की खेती में पाले का असर नहीं होता है। इसके साथ ही उसकी उर्वरक शक्ति बढ़ जाती है।
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किसान ने कहा कि इस इलाके कई किसान कई सालों से ऐसा करते आ रहे हैं। शराब का छिड़काव दिसंबर और जनवरी के महीनों में किसान करता है। किसान का कहना है कि देशी शराब के प्रयोग से फसल को कोई नुकसान नहीं होता।
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'शराब से आलू की फसल को जाड़े में फायदा नहीं'
वहीं इटावा के जिला उद्यान अधिकारी राजेंद्र कुमार सिंह ने साफ कहा कि ऐसा कोई परीक्षण नहीं हुआ है कि शराब से आलू की फसल को जाड़े में फायदा होता है, लेकिन शराब से आलू की क्वालिटी ज़रूर प्रभावित होती है। बेशक यह फसलों में लगाये जाने वाले इंजेक्शन जितना नुकसानदायक तरीका न हो लेकिन फिर भी उन्होंने किसानों से अपील की कि इस तरीके का प्रयोग न करें।