UP News: सारस और आरिफ की दोस्ती देखने पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव, बोले - स्वंय को रोक नहीं पाया
Arif-Saras Friendship: इस दोस्ती की कहानी से प्रभावित होकर अमेठी दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी युवक और सारस से मिलने की इच्छा जताई।
Arif And Saras Friendship: अमेठी में इंसान और सारस की दोस्ती की चर्चा का विषय जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी है। इस दोस्ती की कहानी से प्रभावित होकर अमेठी दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी युवक और सारस से मिलने की इच्छा जताई। इसके बाद वह उसके गांव पहुंच गए। सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव एक दिन के दौरे पर अमेठी पहुंचे थे। जहां वह पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति की बेटी की शादी में शिरकत की। इसके बाद वह गौरीगंज तहसील के जोधपुर मंडखा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सारस के दोस्त आरिफ से मिले।
गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह अपने साथ सपा मुखिया को जोधपुर मंडखा गांव ले गए। वह आरिफ और सारस पक्षी से मुलाकात किए। उन्होनें मुलाकात के दौरान कहा कि इंसान और सारस पक्षी की दोस्ती के बारे में जानकर मैं स्वंय को रोक नहीं पाया और उनसे मिलने गांव चला आया।
सारस की दोस्ती की कहानी है अनोखी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगे कहा, आरिफ और सारस की दोस्ती की कहानी यह अपने आप में अनोखी है। अन्य लोगों को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। सबसे पहले आरिफ को बधाई दूंगा और बधाई इसलिए कि सारस को चोट लगी थी उसको आरिफ ने बचाने का काम किया। पक्षी इनके व्यवहार को समझकर इनका दोस्त बन गया। हम जितने लोग यहां पर खड़े हैं, हम सबके अंदर जीव है। लेकिन वह सारस किसी का दोस्त नहीं बन पाया। वह दोस्त सिर्फ आरिफ का बना, क्योंकि आरिफ ने जो भी उसके साथ किया, शायद वह उसको देखकर आरिफ का मित्र बन गया।
भाजपा सरकार है नदारद
पूर्व सीएम ने कहा कि जो लोग भी वाइल्डलाइफ या फिर पशु-पक्षियों से प्रेम रखते हैं, उनको आरिफ का एक मैसेज है कि हमें पशु पक्षियों को बचाना चाहिए। सारस हमारा स्टेट बर्ड यानी राजकीय पक्षी है। इसलिए मैं आरिफ को बधाई देता हूं कि उन्होंने अच्छा काम किया है। सपा सरकार ने उप्र के राजकीय पक्षी सारस के संरक्षण के लिए सारस मित्र स्कीम, सारस प्रोटेक्शन सोसाइटी, इंटरनेशनल सारस कंज़र्वेशन वर्कशाप और इंटरनेशनल क्रेन फ़ाउंडेशन के साथ करार जैसे उपाय किए थे। आज भी हम सारस सरंक्षण में सहयोग करनेवालों के साथ खड़े हैं, लेकिन भाजपा सरकार नदारद है।