Rajiv Gandhi Jayanti: सद्भावना दिवस पर याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, कांग्रेसियों ने अर्पित किया श्रद्धा सुमन

Rajiv Gandhi Jayanti: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 78वीं जयंती पर राजीव गांधी की प्रतिमा पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण, पुष्प अर्पित कर नमन किया।

Update:2022-08-21 08:03 IST

राजीव गांधी की 78वीं जयंती: Photo- Newstrack

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Lucknow: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 78वीं जयंती (78th birth anniversary of Rajiv Gandhi) प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर धूमधाम से मनाई गई। राजधानी लखनऊ के कालीदास मार्ग स्थ्तिा चौराहे पर राजीव गांधी की प्रतिमा पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण, पुष्प अर्पित कर नमन किया। इस दौरान राजधानी में विभिन्न चौराहों पर मिष्ठान वितरण किया गया एवं भंडारे का आयोजन कर जरूरतमंदों को भोज प्रसाद वितरित किया गया।

बता दें भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 78वीं जयंती सद्भावना दिवस (Sadbhavna Diwas) के रूप में मनाई जाती है। यूपी की राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में कवि सम्मेलन, भोज प्रसाद वितरण, मिष्ठान वितरण सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए और राजीव गांधी को याद किया गया। उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक कार्यों को याद किया गया।

राजीव गांधी के जीवन और उनकी उपलाधियों के बारे में बताया गया

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय नेहरू भवन पर आयोजित काव्यार्पण में देश भर से आए ख्यातिलब्ध कवि, शायर अपनी रचनाओं के साथ उपस्थित हुए और अपनी रचनाओं के माध्यम से राजीव गांधी के जीवन और उनकी उपलाधियों की जानकारी दी।

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राजीव गांधी की जिन्दगी एक खूबसूरत गीत की तरह थी। वह एक जिंदादिल इंसान थे। जब इंदिरा जी एवं संजय गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते थे तब मैंने राजीव गांधी को देखा जब उनका राजनीति से कोई सरोकार नहीं था। मैंने राजीव जी को तब भी देखा जब संजय गाँधी नहीं रहें तब हम लोगों को कांग्रेस के लोग मना रहे थे कि इन्दिरा गाँधी का सहारा बनने के लिए आप राजनीति आ जाये काफी इंकार के बाद वो आये थे।


हमने उनको उस स्वरूप में भी देखा। बहुत कम वक्त मिला उनको सन 1984 से 1989 तक पर उनका पांच साल आप अगर सिलसिले वार देंखे तो मैं तीन नाम लेता हूं नेहरू जी ने आधुनिक भारत बनाना चाहा, और बनाया भी नींव रखी, इन्दिरा उसमें शक्ति डाली ताकत डाली, राजीव ने औद्योगिक क्रान्ति करके दुनिया को दिखा दिया कि हम गुलाम नहीं बल्कि सबसे आगे हैं।

संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति राजीव गांधी की देन

उन्होंने ने कहा कि संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज देश को देने वाली आधुनिक सोच और निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता के बादशाह हमारे भारत रत्न राजीव गांधी थे। राजस्थान सरकार के मंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी धीरज गुर्जर जी ने कहा कि भारत के युग दृष्टा राजीव गांधी आधुनिक क्रांति के जनक थे।

उन्होंने शिक्षा क्रान्ति के लिए नई शिक्षा नीति, और जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की। उन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के साथ आतंकवाद से निर्भीकता से लड़ा। देश की एकता और अखंडता, प्रत्येक नागरिक को उसका संवैधानिक हक मिले भारत रत्न राजीव गांधी के योगदान प्रदेश कभी भुला नहीं सकता। राजीव गांधी स्टडी सर्कल के संयोजक डॉ विनोद चद्रा की ओर से राजीव गांधी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

राजीव गांधी की 78वी जयंती पर आयोजित "काव्यार्पण"

देश के प्रतिष्ठित कवि संपत सरल ने राजीव गांधी की जयंती पर कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ राजनीतिक दल नहीं है इस देश का डीएनए है, इस देश का स्वभाव है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि संन्यासी व्यापार कर रहें हैं व्यापारी संन्यास की सोच रहें हैं "विकास का एजेंडा कह कर आए थे, सत्ता मिलते, एजेंडे के विकास में लग गये'' पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की 78वी जयंती पर आयोजित "काव्यार्पण" (poetry) एक शाम राजीव गांधी के नाम पर आयोजित कवि सम्मेलन व मुशायरे में कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

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