UP Global Investors Summit 2023: यूपी के हर नागरिक पर दस लाख से ज्यादा का निवेश

UP Global Investors Summit 2023 in Lucknow: आंकड़ों के नजरिये से देखें तो अभी तक जितना निवेश यूपी में हुआ है उसे प्रदेश की जनसंख्या की तुलना में देखा जाये तो प्रत्येक नागरिक पर 10 लाख 50 हजार रुपये का निवेश बैठता है।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2023-02-10 10:05 GMT

UP Global Investors Summit 2023 in Lucknow (Pic: Newstrack)

UP Global Investors Summit 2023 in Lucknow: उत्तर प्रदेश अब कोई पहले वाला गरीब उत्तर प्रदेश नहीं रहा है। अब उत्तर प्रदेश निवेश के मामले में बहुत समृद्ध हो चुका है और ये समृद्धि बढ़ती ही जा रही है। आंकड़ों के नजरिये से देखें तो अभी तक जितना निवेश यूपी में हुआ है उसे प्रदेश की जनसंख्या की तुलना में देखा जाये तो प्रत्येक नागरिक पर 10 लाख 50 हजार रुपये का निवेश बैठता है।

अभी तो ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट चल ही रहा है और जब इस समिट के जरिये यूपी में निवेश की और संख्या आ जायेगी तब प्रति व्यक्ति रकम और भी आगे चली जायेगी। राज्य सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट 2023 में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा था जिसे संशोधित कर 17.3 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया। लेकिन 21 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिलने के दावों के साथ, राज्य सरकार ने अपने लक्ष्यों को पार कर लिया है।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

बहुप्रतीक्षित तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस 2023) का उद्देश्य समग्र विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की खोज को बढ़ावा देना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआईडीए) को 53 जिलों, 10 राज्यों और चार देशों से 3 ट्रिलियन रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जो उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए 9 लाख रोजगार भी सृजित करेगा।

क्या है गणित

21 ट्रिलियन यानी 21 लाख करोड़ रुपये। इसे अंकों में समझना चाहें तो 21 के साथ 13 शून्य लगा दें। चूँकि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या पिछली गिनती के अनुसार करीब 20 करोड़ है तो अगर 21 लाख करोड़ को 20 करोड़ से भाग देंगे तो 10 लाख 50 हजार का आंकड़ा आ जाएगा।

तीन गुना ज्यादा निवेश

रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार यूपीएसआईडीए से उत्साहित है क्योंकि योगी सरकार द्वारा निर्धारित निवेश 1 ट्रिलियन रुपये के लक्ष्य से तीन गुना अधिक है। प्राप्त निवेश प्रस्तावों में अमेरिका, हांगकांग, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों से 90,000 करोड़ रुपये का विदेशी पूंजी निवेश शामिल है। प्राधिकरण को भारत के अन्य राज्यों से भी 1.53 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है। प्रस्तावित निवेश स्वास्थ्य, आतिथ्य, रसद पार्क, गोदामों के साथ-साथ औद्योगिक इकाइयों सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए हैं। सिर्फ लॉजिस्टिक्स पार्क और वेयरहाउस स्थापित करने के लिए 82,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

निवेशकों के प्रस्ताव

आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रयागराज, हापुड़, गाजियाबाद, आगरा, बरेली, मेरठ, कानपुर और अयोध्या में आयोजित निवेशकों की बैठक में क्रमशः 33703 करोड़ रुपये, 23000 करोड़ रुपये, 92,000 करोड़ रुपये, 39,038 करोड़ रुपये, 34,000 करोड़, 17,000 करोड़ रुपये, 70,000 करोड़ रुपये और 17,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। बताया गया है कि निवेश के लिए एमओयू पर लगातार हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले सभी लोगों को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। निवेश में कोई बाधा न आए, इसके लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा।

यूपी सरकार का प्रमुख निवेश शिखर सम्मेलन व्यापार के अवसरों का पता लगाने और सामूहिक रूप से साझेदारी बनाने के लिए दुनिया भर के नीति निर्माताओं, उद्योग के नेताओं, शिक्षाविदों, थिंक टैंकों और नेताओं को एक मंच पर लाएगा। 

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