Gorakhpur News: पहले 50 हजार जमा कराएं, तब गीडा दिवस मे लगा सकेंगे स्टाल, ऐसे मिलेगा फ्री स्टाल
Gorakhpur News: First deposit Rs 50 thousand, then you will be able to set up a stall on Gida Day, this way you will get a free stall.
Gorakhpur News: आगामी 30 नवम्बर को आयोजित होने वाले गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की तैयारियों को लेकर अधिकारी से लेकर उद्यमी तक सक्रिय हो गए हैं। गीडा दिवस पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर 3 करोड़ से अधिक खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है। तीन दिनों की प्रदर्शनी को लेकर 250 स्टाल लगाए जाने हैं। छोटे उद्योगों को छोड़ दें तो बड़े उद्योगों के लिए गीडा प्रशासन ने एक स्टाल का शुल्क 50 हजार निर्धारित किया गया है। स्थानीय उद्यमी तो यहां अधिकारियों के दबाव में स्टाल लगा भी लेंगे, लेकिन बाहरी उद्यमी शुल्क देकर स्टाल लगाएंगे इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।
आगामी 30 नवम्बर को आयोजित होने वाले गीडा दिवस को लेकर 250 स्टाल लगेंगे। बड़े उद्योगों को स्टाल के एवज में 50 हजार रुपये शुल्क देना होगा। गीडा सीईओ अनुज मलिक ने चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों के साथ गीडा दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक की। जिसमें तय हुआ कि 10 से 40 हजार वर्ग मीटर तक भूखंड के आवंटियों को प्रति स्टाल 50 हजार रुपये शुल्क देना होगा। फ्री स्टाल के लिए उद्यमी को बताना होगा कि वह गीडा के हैं। इसके साथ ही उनका उद्योग स्माल स्केल का है। खैर, गीडा दिवस को लेकर कुछ उद्यमियों द्वारा स्टाल की बुकिंग भी होने लगी है। डैक फर्नीचर, नाइन सैनेटरी जैसे बड़े ब्रांड पहले ही स्टाल की बुकिंग करा रहे हैं।
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह का कहना है कि 50 हजार शुल्क को लेकर सीईओ से बात की गई। 50 छोटे उद्योगों को फ्री में स्टाल देने को वह सहमत हैं। लेकिन 200 स्टाल के लिए 50-50 हजार रुपये शुल्क देना होगा। बता दें कि एकेटीयू, गोरखपुर यूनिवर्सिटी के साथ ही मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी के छात्रों के स्टार्ट अप भी गीडा दिवस में प्रदर्शित होने हैं। उद्यमियों को कहना है कि छात्र या विश्वविद्यालय प्रशासन 50 हजार शुल्क जमा करने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में इसपर संशय पैदा हो गया है।
रिलायंस, बर्जर पेंट्स, अडानी को भेजा है आमंत्रण
सीईओ ने बताया कि गीडा दिवस को लेकर रिलायंस, बर्जर पेंट्स, अडानी, हल्दीराम, कपिला पशु आहार जैसे बड़ी कंपनियों को पत्र भेजा गया है। कुछ उद्यमियों की तरफ से संस्तुति भी मिल गई है। बताया जा रहा है कि गीडा दिवस पर लाइट, टेंट और अन्य मद में करीब सवा करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इसमें से कुछ रकम स्टॉल के शुल्क से निकालने की तैयारी है।