Lucknow News: UP में विरासत संपत्तियों का होगा विकास: इतिहास और लोककथाओं की रिसर्च के आधार पर होगा पुनरुद्धार, प्रदेश में विकसित होंगे तीन हेरिटेज होटल
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में किले, राजमहल और कोठियां हैं, और विभाग का उद्देश्य इन धरोहरों को फिर से जीवित करना है।;
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Lucknow News: यूपी सरकार ने राज्य की विरासत संपत्तियों को नया स्वरूप देने और उनके पुराने वैभव को लौटाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस प्रयास के तहत लखनऊ में स्थित रोशन-उद-दौला, छतरमंजिल और मीरजापुर जिले में स्थित चुनार फोर्ट के विकास के लिए एक अहम एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस एग्रीमेंट पर पर्यटन विभाग और गोल्डन ट्रायंगल फोर्ट एंड पैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने मिलकर हस्ताक्षर किए हैं। इन तीनों विरासत संपत्तियों को अब सूर्यगढ़ जैसलमेर की तर्ज पर हेरिटेज होटल के रूप में विकसित किया जाएगा।
पीपीपी मोड पर होगा विकास
प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन विरासत स्थलों का विकास पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर किया जाएगा। गोल्डन ट्रायंगल फोर्ट एंड पैलेस की आतिथ्य इकाई ब्रांड सूर्यागढ़ कलेक्शन, जो पहले ही जैसलमेर, बीकानेर और बिनसर में प्रमुख हेरिटेज प्रॉपर्टीज का संचालन कर रहा है, अब इन स्थलों की रूपरेखा तैयार करने, उन्हें विकसित करने और उनका प्रबंधन करेगा। इस विकास में खास बात यह है कि इन संपत्तियों को उनके पुराने स्वरूप में रखा जाएगा और पुनरुद्धार की प्रक्रिया इतिहास और लोककथाओं की रिसर्च के आधार पर की जाएगी।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार, ओडीओपी प्रोडक्ट्स को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस पहल से न केवल उत्तर प्रदेश में विरासत पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि डेस्टिनेशन वेडिंग्स का भी एक नया आयाम स्थापित होगा। इन प्रॉपर्टीज के विकास और संचालन में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, साथ ही ओडीओपी प्रोडक्ट्स को भी प्रमोट किया जाएगा। पर्यटन मंत्री ने बताया कि स्थानीय परंपराओं, पाक-कला, उत्सवों और शिल्प को बढ़ावा देने वाले अनुभव विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा, इन विरासत संपत्तियों के पास स्थित एक या एक से अधिक गांवों को गोद लेकर उनका भी विकास किया जाएगा।
प्रदेश में विरासत पर्यटन का होगा विस्तार
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में किले, राजमहल और कोठियां हैं, और विभाग का उद्देश्य इन धरोहरों को फिर से जीवित करना है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग श्विकास भी, विरासत भी के मूलमंत्र के तहत कार्य कर रहा है। विभाग का प्रयास इन सभी धरोहरों को आकर्षक बना कर पर्यटकों को आकर्षित करना है, ताकि प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके।