वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में एक हॉस्पिटल ऐसा भी है जिसका लाइसेंस शासन ने पहले ही कैंसिल कर दिया है। इसके बावजूद भी कुछ डॉक्टर धडल्ले से इस हॉस्पिटल को चला रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही के चलते यहां मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इस हॉस्पिटल को लेकर लोगों में ग़ुस्सा है।
क्या है मामला ?
-वाराणसी के पीली कोठी क्षेत्र में नेशनल हॉस्पिटल एंड मैटर्निटी सेंटर है।
-साल 2010 में इस हॉस्पिटल को डॉ. शाह आलम ने खोला था।
-3 साल चलाने के बाद इसे बंद कर दिया गया था।
-डॉ. शाह ने प्रशासन को हॉस्पिटल का लाइसेंस कैंसिल करने के लिए पत्र लिखा था।
-लाइसेंस कैंसिल करने के लिए प्रशासन ने मंजूरी भी दे दी थी।
-लेकिन, डॉ. शाह के निधन के बाद उनके सहयोगी डॉ. शमीम हॉस्पिटल को अवैध रूप से चला रहे हैं।
बाहर से बुलाए जाते हैं डॉक्टर
-डॉ. शमीम यहां खुद मरीजों को नहीं देखते हैं।
-मरीजो को देखने के लिए आर्थो और न्यूरों के डॉक्टर बाहर से बुलाए जाते हैं और मरीजों का इलाज करते हैं।
-मरीजों से डॉक्टर अपना कमीशन लेते हैं।
पड़ोसियों में है आक्रोश
-हॉस्पिटल के पास रहने वाले मोहम्मद इस्माइल कहते हैं कि यहां मरीजों के साथ धोखा हो रहा है।
-हॉस्पिटल में एक अवैध दवाखाना भी चल रहा है।
-इस्माइल ने इसकी शिकायत cmo से भी की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
क्या कहते है मरीज
-हॉस्पिटल में इलाज कराने आए मरीज भी इस बात से काफी परेशान हैं।
-जिन डॉक्टरों का नाम अस्पताल की दीवारों पर लिखा है वो मरीजों को देखने ही नहीं आते हैं।
-यह हॉस्पिटल फर्जी तरीके से संचालित हो रहा है।
-यहां रोजाना सैकड़ों मरीज आते हैं।
-मरीजों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
CMO का बयान
-cmo डॉ. आर.आर. राय ने इस मामले की जानकारी होने की बात स्वीकार की है।
-उन्होनें कहा कि एडिशनल cmo डॉ. पी.पी. गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित की गयी है।
-टीम हॉस्पिटल गई थी, लेकिन वहां कोई मरीज नहीं मिला।
-डॉ. राय ने कहा कि यह पूरी तरह से गैर संवैधानिक है और मामले की जांच चल रही है।
-रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
-जो डॉक्टर इसे संचालित कर रहे हैं, उनका लाइसेंस भी कैंसिल किया जायेगा।