[nextpage title="NEXT" ]गोरखपुर: जिसने सात फेरे लेकर जन्म-जन्मांतर तक दुख में साथ निभाने की कसमें खाई थीं, उस पति ने पत्नी को इतने जख्म दिए कि उनकी कल्पना से ही रोंगटे खड़े हो जाएं। 2 बच्चों की मां नीलम जायसवाल वर्षों तक सौतन को सहन करती रहीं, लेकिन पति बाज नहीं आया। वह पत्नी को पीट कर जख्मी करता रहा और जख्मों में नमक-मिर्च भर कर उसे यातनाएं देता रहा। आकिर एक दिन नीलम तंग आ गई।
आगे की स्लाइड में देखिए पिटाई से उधड़ी खाल
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कलंकित हुए फेरे
-बेलीपार के एकला निवासी नीलम जायसवाल उन पत्नियों में हैं, जिनकी शादी ही उनका दुर्भाग्य बन गई।
-2 बच्चों की मां बनने और शादी के कई वर्ष पति के साथ खड़ी रहने वाली नीलम पर पति ने ही सारे जुल्म आजमा डाले।
-अवधेश दवा व्यवसाई है और भालोटिया मार्केट और गोरखनाथ में उसकी दवा की दुकानें हैं.
-पति अवधेश का किसी अन्य महिला से अफेयर हो गया, और वह महिला को लेकर घर में आ गया।
-इसके बाद उस महिला शुभलक्ष्मी के साथ अवधेश भी जानवर बन गया।
आगे की स्लाइड में देखिए कैसे कुचली गईं उंगलियां
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कल्पना से परे यातनाएं
-नीलम को पीटा जाता था, और फिर उसके जख्मों में नमक और मिर्च भर दी जाती थी।
-पति की चाहत और बच्चों के भविष्य का खयाल करके नीलम सब कुछ बर्दाश्त करती रही।
-सहमे हुए बच्चे भी मां पर टूटती यातनाएं देख कर भी कुछ नहीं कर सके।
-आरोप है कि हद करते हुे अवधेश और शुभलक्ष्मी ने नीलम के नाखून प्लास से नोच डाले और उसमें भी मिर्च भर दी।
आगे की स्लाइड में देखिए मां की पीड़ा पर कैसे सहमे बच्चे
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टूट गया धैर्य का बांध
-आखिर जब दर्द बर्दाश्त से बाहर हो गया, तो नीलम ने घर छोड़ दिया, और बच्चों के साथ हजारीपुर में किराए के एक कमरे में आ गई।
-फिर नीलम ने कोतवाली में पति अवधेश और महिला शुभलक्ष्मी के खिलाफ एफआईआर कराई।
-पुलिस ने पति और महिला शुभलक्ष्मी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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