यूपी के IAS और PCS अफसरों के मनमाफिक विदेश दौरों पर लगेगी लगाम
योगी सरकार ने ब्यूरोक्रेसी को अनुशासन का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया है। हाल ही में एक मंत्री के विदेश दौरों की फाइल रोके जाने की चर्चा सियासी
लखनऊ: योगी सरकार ने ब्यूरोक्रेसी को अनुशासन का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया है। हाल ही में एक मंत्री के विदेश दौरों की फाइल रोके जाने की चर्चा सियासी गलियारे में खूब गूंजी। अब सरकार ने ब्यूरोक्रेसी के विदेश दौरों पर भी लगाम लगाई है। यूपी के आईएएस अफसरों को अब विदेश दौरों के लिए सीधे चीफ सेक्रेटरी से मंजूरी लेनी होगी।
यह उप्र सिविल सेवा के अधिकारियों यानि पीसीएस अफसरों पर भी समान रूप से लागू होगा। यानि कि अब यूपी के आईएएस अफसर हों या पीसीएस जब वह विदेश दौरे पर निकलने की सोचेंगे तो उससे पहले उन्हें अपने प्रशासनिक मुखिया से मंजूरी लेनी होगी। चूंकि चीफ सेक्रेटरी प्रदेश की नौकरशाही के मुखिया होते हैं। यदि कोई अफसर छुटटी पर विदेश जाता है तो यह उनकी जानकारी में होगा। इतना ही नहीं आईएएस और पीसीएस अफसरों को असाधारण अवकाश भी मुख्य सचिव की अनुमति से ही मिलेगा।
इसके अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा के सुपरटाइम एवं उससे उच्च स्तर के अफसरों के लिए आकस्मिक अवकाश, उपार्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश, बाल्य देखभाल और पितृत्व अवकाश के लिए मुख्य सचिव स्तर से निर्णय होगा।