Sonbhadra: सोन पंप कैनाल के कार्यों में खामियों पर भड़के जलशक्ति मंत्री, अधिकारी-ठेकेदारों पर FIR के निर्देश
Sonbhadra: जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सोन पंप कैनाल के कार्य की स्थिति ज्यादा खराब देख तत्काल इसके लिए जांच कमेटी गठित करने का निर्देश डीएम चंद्रविजय सिंह को दिया।
Sonbhadra: जलशक्ति मंत्री (Jal Shakti Minister) बनने के बाद पहली बार जिले के दौरे पर आए स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) के तेवर काफी तल्ख रहे। ग्राम समूह पेयजल योजनाओं और सोन पंप कैनाल (Son Pump Canal) को लेकर चल रहे कार्य निरीक्षण के दौरान दिखती खामियों पर कड़ी नाराजगी जताई। सोन पंप कैनाल के कार्य की स्थिति ज्यादा खराब देख तत्काल इसके लिए जांच कमेटी गठित करने और संबंधित अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश डीएम चंद्रविजय सिंह को दिया।
वहीं धंधरौल बांध के पास स्थित ग्राम समूह पेयजल योजना बेलाही के निरीक्षण के दौरान ग्रामीणो से संवाद कर उन्हें 'हर घर को नल से जल' योजना से मिलने वाले लाभ की जानकारी दी और उनकी समस्याओं का जाना। समाधान के निर्देश दिए। एडीएम (नमांमि गंगे) आशुतोष दूबे से भी कार्य के बाबत जानकारी ली। उन्होंने नवंबर 2022 तक परियोजना का निर्माण पूर्ण करा लेने की बात कही। इस पर उन्हें शीघ्र और गुणवत्तापरक कार्य कराने का निर्देश दिया।
क्षमता वृद्धि कार्य पर अफसर नहीं दे पाए जवाब, वर्कआर्डर-टेंडर की जांच के निर्देश
निरीक्षण के बाद उन्होंने सर्किट हाउस में जल शक्ति मंत्रालय (Ministry of Jal Shakti) के अंतर्गत आने वाले मंडलीय अधिकारियों की बैठक ली। चीफ इंजीनियर से कनहर सिंचाई परियोजना (Kanhar Irrigation Project) के निर्माण की प्रगति जानी। उन्होंने मार्च 2024 तक कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी।
सोन पंप कैनाल के क्षमता वृद्धि के मामले में चीफ इंजीनियर ने बताया कि उसकी क्षमता वृद्धि बढ़ाकर 600 क्यूसेक किए जाने का कार्य चल रहा है। अब तक क्षमता वृद्धि के कार्यों की जानकारी चाहने पर संबंधित संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर नाराजगी जताते हुए हिदायत दी कि जिन क्षेत्रों में समस्या हो और कार्य की आवश्यकता हो, वहीं का प्रस्ताव भेजा जाए।
अनावश्यक तरीके से कार्यों का प्रस्ताव भेजकर जनता के पैसे का दुरूपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मार्च 2022 के बाद जिन ठेकेदारों के नाम वर्क आर्डर जारी किये गए, उसकी सूची तैयार करने और उनके बांड और टेंडर जारी करने की सूचना बनाकर जांच करने का निर्देश चीफ इंजीनियर को दिया। संजीव गौंड़ राज्य मंत्री समाज कल्याण विभाग, सांसद पकौड़ी लाल कोल, सांसद रामसकल, सदर विधायक भूपेश चैबे, जिलाध्यक्ष अजीत चैबे, ब्लाक प्रमुख अजीत रावत आदि की मौजूदगी बनी रही।