जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की सरगर्मियां तेज, वोटो की खरीद फरोख्त शुरू

Jaunpur News : जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सरगर्मियां अब धीरे - धीरे तेज होने लगी है।

Reporter :  Kapil Dev Maurya
Published By :  Shraddha
Update: 2021-06-06 12:10 GMT

पंचायत चुनाव (कॉन्सेप्ट फोटो सौ. से सोशल मीडिया)

Jaunpur News : जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव (District Panchayat President Election) को लेकर सरगर्मियां अब धीरे - धीरे तेज होने लगी है। चुनाव लड़ने वाले राजनैतिक दल से अधिकृत एवं सम्भावित प्रत्याशियों द्वारा (मतदात) जिला पंचायत (District Panchayat) सदस्यों चौखट पर दस्तक शुरू हो गयी है। इतना ही नहीं सदस्यों की कीमत भी तय की जाने लगी है। कौन होगा जिला का प्रथम नागरिक यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन जंग छिड़ गया है संभावित प्रत्याशी संकेत करते है कि संग्राम भीषण होगा।

यहां बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष (District Panchayat President) के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अपना अधिकृत प्रत्याशी निशी यादव पत्नी जीतेन्द्र यादव, बहू पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती यादव को सपा का प्रत्याशी घोषित कर चुनाव में उतार दिया है। वहीं सत्ताधारी दल से पूर्व सांसद अपना दल हरिवंश सिंह की पुत्र बधू नीलम सिंह पत्नी रमेश सिंह को चुनाव के मैदान में आने की प्रबल संभावना है, हलांकि अभी पार्टी ने किसी को अधिकृत रूप से घोषित नहीं किया है। फिर भी भाजपाई प्रत्याशी के रूप में सदस्यो के बीच जा भी रहे हैं।

तीसरे प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद बाहुबली नेता धनन्जय सिंह की पत्नी कला सिंह रेड्डी निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनावी जंग में मजबूती के साथ आ चुकी है। कला सिंह रेड्डी पहले राजनैतिक दलों से चुनाव लड़ने का प्रयास की लेकिन सफलता न मिलने पर निर्दल चुनावी समर में आ गई हैं। खबर यह भी है कि एक सदस्य और भी है जो जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बिराजमान होने के लिए बेचैन है उनकी भी मुम्बई की बड़ी आमदनी बतायी जा रही है। अभी अपना दल का प्रत्याशी बनने का प्रयास कर रही हैं लेकिन सदस्यों के बीच अभी नहीं गयी हैं जबकि अन्य सभी सदस्यों का दरबार कर चुके हैं।

 जिला पंचायत के कुल सदस्यों की संख्या

जनपद में जिला पंचायत के कुल 83 सदस्य हैं जो अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इन सदस्यों में खबर है कि सपा विचारधारा के लगभग 42 सदस्य चुनाव जीत कर आये हैं। भाजपा के महज 10 सदस्य चुनाव जीत सके हैं तो बसपा के भी 10 सदस्य विजयी हुए हैं 06 सदस्य अपना दल के चुनाव जीते हैं 02 उलेमा कौन्सिल के है तो एक आप के नाम पर सदस्य चुना गया है। शेष जीते सदस्य किसी दल से नाता नहीं रखते हैं। यहां यह स्पष्ट कर दूं कि जिला पंचायत की कुर्सी पाने के लिए प्रथम चक्र में 42 मतो की जरूरत होगी। जो सपा के पास दिख तो रही है लेकिन वोटो के खरीद फरोख्त का जो खेल चल रहा है उससे कौन कुर्सी पर आसीन होगा कहना कठिन है। यहां एक बात साफ करना उचित है कि अगर सपा के नेताओ ने पार्टी के साथ भितरधात नहीं किया तो सदस्य संख्या निशी यादव सपा के पक्ष में संकेत करती है। सूत्र बता रहे हैं कि सपा के कुछ बड़े नेता जिन्हें पार्टी ने सब कुछ दिया है विभीषण की भूमिका में देखे जा रहे हैं। ऐसा है तो पार्टी के सम्मान को बचाना कठिन हो सकता है ।

भाजपा से हरिवंश सिंह की बहू नीलम सिंह को चुनाव में आने की दशा में मुकाबला कड़ा होगा और सत्ता का बल लड़ाई को रोचक बना देगा। वहीं पूर्व सांसद धनन्जय सिंह अपनी पत्नी कला सिंह को चुनाव मैदान में ला रहे हैं। चुनाव में जो अधिक वोट खरीद लेगा वह जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होगा इसमें धनन्जय सिंह पीछे रहने वाले नहीं है । कितनी हास्यास्पद स्थिति है कहने को तो चुनाव प्रक्रिया लोकतांत्रिक है लेकिन इसमें काम करेगा धनतंत्र जो जितना खरीद लेगा वह पांच साल जिले का प्रथम नागरिक कहा जायेगा।

चुनावी जंग में आ चुके उपरोक्त तीनों प्रत्याशियों के समर्थक लगभग सभी सदस्यों चौखट पर हाजिरी लगा चुके हैं। खबर तो यह भी है वोट खरीद का रेट भी खोल दिया गया अभी सदस्यों के वोट की कीमत 15 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है पैसे पहुंचने भी लगे हैं और पहरेदार मूक दर्शक की स्थिति में दृष्टिगोचर है। जबकि अभी तक अधिकृत रूप से चुनाव की तिथि भी घोषित नहीं हुई है। हालांकि जुलाई के प्रथम सप्ताह में चुनाव होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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