Kannauj News : यूपी पुलिस में सिपाही थे पिता, अब बेटा बना अफसर, बधाई देने वालों का लगा तांता
Kannauj News : कुछ पाने का असल जज्बा और सच्ची लगन हो तो "मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, यह कहावत सच होकर रहती है। परिस्थितियां प्रतिकूल होने के बाद भी अपने दृढ़ निश्चय पर अडिग रहना भी सफलता का मूल कारण बन जाता है।
Kannauj News : कुछ पाने का असल जज्बा और सच्ची लगन हो तो "मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, यह कहावत सच होकर रहती है। परिस्थितियां प्रतिकूल होने के बाद भी अपने दृढ़ निश्चय पर अडिग रहना भी सफलता का मूल कारण बन जाता है। ऐसा ही एक सपना साकार हुआ एक सिपाही के बेटे का, जिनके रिटायर होने के बाद भी उनके बेटे ने यूपीएसएसएससी परीक्षा में सफलता पाई है। अब सिपाही के बेटे को मंडी निरीक्षक का पदभार संभालना होगा।
बताते चलें कि कन्नौज जिले के तिर्वा नगर के मोहल्ला गांधी नगर निवासी लाखन सिंह का परिवार बेटे के अधिकारी बनने पर खुशियां मना रहा है। लोग बेटे की सफलता पर बधाई देते नजर आ रहे हैं। लाखन सिंह का वर्ष 1981 में सिपाही पद पर चयन हुआ था। पहली ज्वाइनिंग फर्रुखाबाद जिले के थाना राजेपुर में हुई। इसके बाद कानपुर नगर के शिवराजपुर थाने में लाखन सहायक लेखक के बाद प्रधान लेखक हुए। इसके उपरांत कई जिलों में इनकी तैनाती भी रही।
2019 में पिता हुए रिटायर
दिसंबर 2019 में औरैया जिले के महिला थाने में कार्यरत रहने के दौरान उनका रिटायरमेंट हुआ, जिसके बाद 17 से 18 हजार रुपए की मासिक पेंशन पाकर लाखन अपने परिवार को संभालने लगे। रिटायर्ड हेड कांस्टेबल के परिवार में पत्नी सोनतारा के अलावा तीन बेटियां जिनमें निशा की शादी हो चुकी है, साधना और उसके बाद स्वेता हैं। स्वेता नेट पीएचडी की तैयारी कर रही है। परिवार में तीन बेटे जिनमें जागेश्वर प्रसाद जो प्राइवेट जॉब करते हैं, आकाश एलएलबी करके प्रेक्टिश करते हैं, जबकि रवि बीते 6 से 7 सालों से किसी ना किसी कंपटीशन की तैयारी करते रहे हैं। एएसआई, लेखपाल, बीडीओ, एनटीपीसी, एसएससी जैसे कई कंपटीशन में रवि प्रतिभाग करते रहे हैं। कभी इंटरव्यू तो कभी फिजिकल या फिर किसी अन्य कारण से अपने मुकाम में चूक जाने वाले रवि ने आखिर अपना लक्ष्य पाने को हार नहीं मानी।
परिवार में खुशी का माहौल
कभी अनुकूल तो कभी प्रतिकूल परिस्थितियों के बाबजूद भी रवी अपना लक्ष्य पाने को अडिग रहे। आखिर सफलता ने रवि के कदम चूमें। यूपी एसएसएससी PET परीक्षा में इस बार रवि को सफलता हाथ लगी। रवि अपने परिवार के समर्पण के अलावा अपनी मेहनत को सफलता का श्रेय देते हैं। रवि का कहना है, असंभव कुछ भी नहीं, पर लक्ष्य के लिए सजग प्रहरी तो बनना ही पड़ेगा। रवि का चयन मंडी निरीक्षक के पद पर हुआ है। जल्द ही वह अपनी ज्वाइनिंग लेकर कार्यभार संभाल सकते हैं। फिलहाल रवि के अधिकारी बनने की खुशी में जहां परिवार खुश है, वहीं बधाइयां देने वालों के भी सिलसिला जारी है।