Mohammad Iftikharuddin Viral Video: आईएएस अधिकारी के वायरल हुए विवादित वीडियो की जांच शुरू

Mohammad Iftikharuddin Viral Video: IAS इफ्तिखारुद्दीन के कथित तौर पर पर वायरल हो रहे वीडियो का मामला अब गरमाता जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने राज्य सरकार के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी है।

Published By :  Shreya
Update: 2021-09-28 05:54 GMT

(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Mohammad Iftikharuddin Viral Video: कानपुर के पूर्व मंडलायुक्त और यूपीएसआरटीसी के अध्यक्ष इफ्तिखारुद्दीन (IAS Officer Mohammad Iftikharuddin) के कथित तौर पर पर वायरल हो रहे वीडियो (Viral Video) का मामला अब गरमाता जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने राज्य सरकार (UP Government) के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी है। कानुपर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Police Commissioner Asim Arun) ने वीडियो की जांच का काम एडीसीपी पूर्वी सोमेन्द्र मीणा (ADCP East Somendra Meena) को सौंप दी है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिनों से सीनियर आईएएस अधिकारी इफ्तिखारुद्दीन के तीन वीडियो जारी हुए हैं, जिसमें वह सरकारी भवन में एक कुर्सी में बैठकर कुछ लोगों को धर्म परिवर्तन (Religion Conversion) सम्बन्धी आपत्तिजनक बातें बता रहे हैं। वीडियो में कहा जा रहा है कि ''अल्लाह ने हमें उत्तर प्रदेश के तौर पर एक ऐसा सेंटर दिया है, जहां से पूरे देश दुनिया के लिए काम कर सकते हैं। इसके बाद वह इस्लाम धर्म के फायदे गिनाने की बात करते हैं।"

वीडियो में वक्ता कहता है- ''एलान करो, दुनिया के इंसानों से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामत पूरी दुनिया में कायम करनी है।"? इसके आगे कई आपत्तिजनक बातें भी कही गयी हैं। वक्ता पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब का भी हवाला देता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुल तीन वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक अन्य वीडियो में कहा गया है कि ''हर घर में अल्लाह का दीन दाखिल होना है, करना भी चाहिए।" 

कानपुर के कर्मचारी ने प्रशासन से की शिकायत 

इस पूरे मामले की शिकायत कानपुर के कर्मचारी नेता भूपेश अवस्थी ने प्रशासन से की है। उनका कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला धर्म परिवर्तन का दिखता है। किसी भी अधिकारी को इस तरह का कृत्य करने का अधिकार नहीं है। यह सरकारी नियमावली का घोर उल्लघंन है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल पर और शिकायती पत्र भी ट्वीट किया है।

वहीं इस मामले को लेकर मठ मंदिर समन्वय समिति ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। कहा है कि जब वह कानपुर में थें तो उनके कार्यालय में कोई भी कर्मचारी रमजान के दौरान कुछ खा पी नहीं सकता था। कानपुर के प्रभारी मंत्री डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा है कि अगर इस वीडियो में सच्चाई है तो जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।   

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