कुशीनगर : बीते दो दिनों से जिले में लगातार हो रही बारिश का असर मंगलवार से दिखने लगा है। नेपाल से निकलकर उत्तर प्रदेश और फिर बिहार की सीमा में प्रतिवर्ष अपना रौद्र रुप दिखाने वाली नारायणी नदी जिसे बड़ी गण्डक के नाम से भी जाना जाता है , उसमें जल स्तर बढ़ने लगा है। नेपाल में नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में 154 एमएम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ा दिखा। रविवार को 54 हजार क्यूसेक पर बहने वाली नदी मंगलवार को 1.37 लाख क्यूसेक पार कर गई। अगले 24 घण्टे में जलस्तर दो लाख क्यूसेक पार करने की आशंका जतायी गयी है। पानी बढ़ने की सूचना पर नदी किनारे बसे गाँवों में पानी भरने की आशंका प्रबल हो गयी है, लोग अभी से ही संभावित खतरे से निपटने की योजना बनाने लगे हैं। इस इलाके में पलायन का खतरा मंडरा रहा है।
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नारायणी नदी में बढ़ रहा है जलस्तर
बताते चलें कि नेपाल सीमा स्थित बाल्मीकिनगर गंडक बैराज से लगातार अधिक पानी छोड़े जाने के कारण नदी किनारे बसे दर्जनों गांवों में पानी घुसने की आशंका बन गई है और इन गांवों में प्रशासन ने सतर्कता बरतने का अलर्ट भी जारी कर दिया है। रेतावासी भयभीत हैं और अभी से उन्हें किसी सुरक्षित ठिकाने की चिंता सताने लगी है। मंगलवार को छितौनी बांध के भैंसहा गेज पर नदी का जल स्तर चेतावनी बिन्दु 96 के सापेक्ष 94.30 सेमी पर तथा वीरभार गेज पर 93.60 सेमी पर जलस्तर पर स्थिर था।
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जिले के कई गाँव होंगे प्रभावित , लोग अभी से सहमे
उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे वाल्मीकि नगर गंडक बैराज पर नदी का जल स्तर एक लाख 37 हजार क्यूसेक पार होने से जिले के खड्डा रेता क्षेत्र के दर्जनो गावों में रहने वाले हजारों लोग सहमे हुए हैं। अगर नेपाल की पहाड़ियों पर अगले कुछ दिनों तक इसी तरह लगातार बारिश होती रही तो नदी के जलस्तर में और बढ़ोत्तरी होगी और इससे उफनाई नदी का पानी खड्डा रेता क्षेत्र के निचले इलाके जैसे मरिचहवा, बंसतपुर, बकुलादह, विन्ध्याचलपुर, शाहपुर आदि गावों में पहुंच जायेगा। ये ऐसा इलाका है जहाँ नदी के जलस्तर बढ़ने पर प्रतिवर्ष बाढ़ का विहंगम दृश्य बन जाया करता है।
एसडीएम बोले- डरने की कोई बात नहीं
प्रतिवर्ष बाढ़ का दंश झेलने वाले खड्डा क्षेत्र के एसडीएम अरविन्द कुमार ने एक प्रश्न के जवाब में बताया कि अभी डरने वाली कोई बात नही है लेकिन नदी किनारे बसे गाँवों में जल भराव की आशंका के कारण सभी को सतर्क कराया जा रहा है । प्रशासनिक टीम जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है । सम्भावित खतरे की आशंका को ध्यान में रखकर सभी आवश्यक तैयारी की जा रही है।
सीमावर्ती बिहार सीमा में भी अलर्ट
सीमावर्ती बिहार में भी संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारी जोरों पर है । कुशीनगर की सीमा से सटे बिहार के बगहा क्षेत्र के जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता नंद कुमार झा ने बताया कि नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद बगहा के मिर्जा टोली एवं दीनदयाल नगर तटबंध के अलावा विभिन्न स्थानों पर विभाग के द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। पिछले 24 घंटों में गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है।