Lakhimpur Kheri News: ‘सेव’ नहीं हो सका ‘टाइगर’, मैलानी फॉरेस्ट रेंज में बाघ की मौत
Lakhimpur Kheri News: सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने प्रयास शुरू किए।
Lakhimpur Kheri News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के मैलानी वन रेंज में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक बाघ जंगल से निकलकर गांव में पहुंच गया और ग्रामीणों के घर में जा घुसा। बाघ के देखे जाने से पूरे गांव में दहशत फैल गई। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने प्रयास शुरू किए। फॉरेस्ट कर्मियों की टीम बाघ को जंगल में वापस भेजने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान बाघ कभी दिखता, कभी नजरों से ओझल होता रहा। हालांकि, काफी देर बाद बाघ गायब हो गया। वन टीम कॉम्बिंग करती रही और जंगल के भीतर बाघ का मृत हालत में पाया गया। हालांकि प्राथमिक तौर पर बाघ की मौत की स्वाभाविक बताया जा रहा है। लेकिन अक्सर जंगल से गांव में वन्य जीवों के आ जाने की घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
घर के बाहर रखे पानी को पिया था बाघ ने
लखीमपुर खीरी के मैलानी वन रेंज इलाके के गढ़य्या गांव में बीती देर रात जंगल से निकलकर बाघ गांव में चहलकदमी करता दिखा था। उसको देख लोग घरों में दुबके रहे। बाघ गांव में कई जगहों पर देखा गया, एक घर के बाहर रखे पानी को भी उसने पिया। तबतक वन विभाग की टीम वहां पहुंच थी और बाघ को रेस्क्यू कर जंगल में भेजने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन बाघ उनकी आंखों से ओझल हो गया। वन विभाग की टीम लगातार सर्च कर रही थी, एक जगह पर बाघ लेटा हुआ मिला। काफी देर बाद पता चला की बाघ की मौत हो चुकी है। जानकारी पर भारी संख्या में ग्रामीण बाघ को देखने पहुंच गए। बाघ की मौत की वजहें जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फील्ड डायरेक्टर दुधवा नेशनल पार्क बी प्रभाकर ने बताया कि बाघ बीमार था और पहले से ही जख्मी था। वो दो साल का नर बाघ था, उसका पेट भी खाली था। फिलहाल अन्य बाघों की सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।