लखनऊ मेट्रो फर्स्‍ट रन विवाद: यात्री ने 4.90 लाख का ठोंका दावा, मेट्रो ने कहा- सॉरी

इतना ही नहीं लखनऊ मेट्रो से उसने मुआवजे की मांग भी कर छाली है। यह मामला फिलहाल जिला उपभोक्‍ता फोरम में लंबित है। लेकिन यात्री का कहना है कि मेट्रो के अधिकारियों की उदासीनता के चलते उसे यह मुकदमा दायर करने पर मजबूर होना पड़ा है।

Update: 2017-09-29 08:45 GMT
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लखनऊ: नवाबी नगरी के लोगों को एक सुखद अहसास कराने की दृष्टि से लखनऊ मेट्रो नित नए कदम उठा रही है। वहीं एक यात्री ने लखनऊ मेट्रो की वजह से उसकी प्रतिष्‍ठा खराब होने का दावा ठोंक दिया है।

इतना ही नहीं लखनऊ मेट्रो से उसने मुआवजे की मांग भी कर डाली है। यह मामला फिलहाल जिला उपभोक्‍ता फोरम में लंबित है। लेकिन यात्री का कहना है कि मेट्रो के अधिकारियों की उदासीनता के चलते उसे यह मुकदमा दायर करने पर मजबूर होना पड़ा है।

क्या था मामला?

गौरव त्रिपाठी ने बताया कि 6 सितंबर को वो लखनऊ मेट्रो की ट्रेन में चढ़े। उन्‍हें अमौसी से अपनी इंडिगो की फ्लाइट पकड़नी थी। उनकी नोएडा में एक अर्जेंट मीटिंग थी। उन्‍होंने उस दिन लखनऊ मेट्रो से सफर करके ट्रांसपोर्ट नगर तक जाने का फैसला लिया था। चारबाग से निकलने के बाद मेट्रो करीब 6 बजकर 38 मिनट पर मवैया के स्‍पैन पर रुक गई। पहले तो उन्‍हें लगा कि कोई नार्मल कारण है। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता वह समझ गए कि कुछ गड़बड़ है। 8 बजकर 45 मिनट की उनकी फ्लाइट थी। करीब 8 बजकर 30 मिनट पर वह और उनके साथ यात्रा कर रहे पैसेजंर्स रेस्‍क्‍यू हो पाए। फ्लाइट छूटी और जिस क्‍लाइंट से उनकी मीटिंग थी उसने इनके टाइम से न पहुंचने के चलते इनकी ईमानदारी औंर निष्‍ठा पर सवाल उठा दिए। इनकी इमेज उसके सामने काफी खराब हो गई। इसके अलावा फ्लाइट के पैसों का नुकसान अलग से हुआ। इस बारे में जब बात करने के लिए एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव से गौरव ने संपर्क किया तो उन्‍होंने सिर्फ गौरव को सॉरी बोलकर फोन काट दिया। इससे आहत होकर गौरव त्रिपाठी ने कंजयूमर फोरम में एलएमआरसी को घसीटने का मन बनाया और केस दायर कर दिया। गौरव त्रिपाठी चाहते हैं कि उन्‍हें मानहानि के लिए 4 लाख 50 हजार का कंपनसेशन दिया जाए। इसके अलावा एलएमआरसी उन्‍हें ट्रांसपोर्टेशन और होटल बुक करने में खर्च हुए 20 हजार रुपये का भुगतान करे। इसके साथ ही वह 20 हजार रुपये केस में होने वाले खर्च का भी भुगतान करे। फिलहाल, गौरव त्रिपाठी को आगामी 10 अक्‍टूबर को केस नंबर आवंटित होना है। जिसके बाद इस केस की सुनवाई शुरू होगी।

क्या कहा एलएमआरसी के प्रवक्‍ता ने?

एलएमआरसी के प्रवक्‍ता अमित श्रीवास्‍तव ने कहा कि 6 सितंबर को पब्लिक के लिए हमारा फर्स्ट रन था। उस दिन तकनीकी दिक्‍कत की वजह से मेट्रो की सेकेंड अपलाइन ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक अप्‍लाई होने के चलते ट्रेन अटक गई थी। हमने पर्सनली कस्‍टमर को सॉरी भी बोला। हमें लखनऊवाइट्स से काफी सपोर्ट चाहिए। लखनऊ मेट्रो उनकी अपनी है और उनके सहयोग से ही इसे दिन-प्रतिदिन बेहतर किया जाना है। बिना पब्लिक सपोर्ट के इसे अच्‍छे ढंग से संचालित करना संभव नहीं है।

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