Lucknow News: UP में शिक्षकों का संघर्ष: मूल्यांकन केन्द्रों पर काली पट्टी बांधकर जताया विरोध: पुरानी पेंशन और अन्य मांगों के लिए शिक्षक संघ का संकल्प
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर राज्य के विभिन्न जनपदों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार प्रदेश के सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर शिक्षक और शिक्षिकाओं ने बाहों में काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कार्य किया।;
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Lucknow Today Hindi News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर राज्य के विभिन्न जनपदों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार प्रदेश के सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर शिक्षक और शिक्षिकाओं ने बाहों में काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कार्य किया। बता दें कि यह कदम उनकी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध जताने के रूप में उठाया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की हालिया बैठक लखनऊ में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें पुरानी पेंशन की बहाली, शिक्षकों की सेवा सुरक्षा (धारा 21), शिक्षकों की पदोन्नति (धारा 12), प्रधानाचार्य की तदर्थ पदोन्नति (धारा 18), शिक्षकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा और वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों के लिए समान वेतन की मांग शामिल थी। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इन मांगों के लिए चरणबद्ध संघर्ष किया जाएगा।
संघर्ष के दूसरे चरण में काली पट्टी अभियान
संगठन के प्रादेशिक उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र और महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि संघर्ष के पहले चरण में 25 फरवरी से 15 मार्च, 2025 तक स्टिकर अभियान चलाया गया था। अब संघर्ष के दूसरे चरण में राज्य सरकार से भेजी गई मांगों के समर्थन में उत्तर प्रदेश भर के मूल्यांकन केन्द्रों पर शिक्षकों ने बाहों में काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कार्य शुरू किया है।
अगली कार्यवाही का ऐलान 14 अप्रैल को
शिक्षक नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि मूल्यांकन कार्य की समाप्ति तक राज्य सरकार द्वारा इन मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। तो 14 अप्रैल 2025 को कानपुर में आयोजित राज्य परिषद की बैठक में संघर्ष की अगली रूपरेखा पर निर्णय लिया जाएगा।