Akhilesh Yadav on Mahakumbh: प्रयाग-चित्रकूट में प्रवेश बंद! जाम में जूझ रहे श्रद्धालु, सपा प्रमुख अखिलेश ने राहत पहुंचाने की सरकार को दी सलाह
Akhilesh Yadav on Mahakumbh: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज की सीमाओं को सील करने और हाईवे बंद करने पर सरकार को सलाह दी है।;
Akhilesh Yadav on Mahakumbh: तीर्थनगरी प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर स्नान के दौरान मची भगदड़ से पूरे देष में कोहराम मचा हुआ है। इस भगदड़ में कई लोगों के हताहत होने की खबर है। वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। इस घटना के बाद प्रयागराज जनपद की सीमाओं को सील कर दिया गया है। कौशांबी, रायबरेली, वाराणसी, सोनभद्र और भदोही की तरफ से प्रयागराज आने वाले वाहनों को रोका जा रहा है और उनको वापस किया जा रहा है।
साथ ही लखनऊ-प्रयागराज हाईवे समेत प्रयागराज की तरफ जाने वाले कई हाईवे को भी बंद कर दिया गया है। जिसके चलते सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयी है। लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेष यादव ने प्रयागराज की सीमाओं को सील करने और हाईवे बंद करने पर सरकार को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला क्षेत्र, प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र, जन परिवहन के केंद्रों, प्रयागराज शहर की सीमाओं व विभिन्न शहरों में प्रयागराज की ओर जाने वाले मार्गों को बंद करने से करोड़ों लोग सड़कों पर फँस गये हैं। लाखों वाहनों में करोड़ों लोग दसों किलोमीटर लंबे जाम में फँसे पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को इसे सामान्य बचाव के स्थान पर शासनिक-प्रशासनिक लापरवाही से जन्मी आपदा मानकर तुरंत सक्रिय हो जाना चाहिए। सूर्यास्त से पहले ही श्रद्धालुओं तक भोजन-पानी की राहत पहुँचनी चाहिए और उनमें ये भरोसा जगाना चाहिए कि सबको सकुशल अपने गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार और केंद्रीय सरकार के द्वारा की जाएगी। जो लापता हैं उन्हें ढूँढकर उनके घरों तक सही सलामत पहुँचाया जाएगा। मृतकों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए समस्त समारोह, उत्सवधर्मिता व स्वागत कार्यक्रम रद्द कर देने चाहिए।
सपा मुखिया ने यह भी कहा कि यूपी की जनता व स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह हैं कि वह अपने गाँव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें। सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ़ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रही है। ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है। हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ मे शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए।