Mission 2024: RSS की बड़ी तैयारी, संघ प्रमुख पहुंचे लखनऊ, सनातन समेत कई मुद्दों पर बन सकती है रणनीति
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से बड़े स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। संघ प्रमुख मोहन भागवत चार दिनों की यात्रा पर लखनऊ पहुंच चुके हैं। वे कई बैठकों में भाग लेंगे और इन्हीं के जरिए संघ की योजना को वे स्वयंसेवकों तक पहुंचाएंगे। भाजपा के साथ बेहतर समन्वय पर भी इसमें चर्चा हो सकती है।
Mission 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा को जीताने के लिए उसका मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तैयारियों में जुट गया। संघ प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे। वह 22 से 25 सिंतबर तक लखनऊ प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वह संघ की प्रांत कार्यकारिणी, क्षेत्रीय कार्यकारिणी के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं सरस्वती शिशु मंदिर, निरालानगर में आज होने वाली बैठक में भी संघ प्रमुख देर शाम पहुंचेंगे। आरएसएस भाजपा के लिए रणनीति बनाने में जुट गया है। आरएसएस की ओर से देश भर में जारी सनातन पर बहस के बीच देश के सबसे बड़े राज्य की राजधानी में कार्यक्रम कर एक संदेश देने की कोशिश हो रही है। बता दें कि सनातन पर डीएमके नेता दयानिधि स्टालिन के बयान पर देश में धमासान मचा है। दक्षिण में सनातन पर बहस के बीच उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान भी खासे चर्चा में रहे हैं। आरएसएस इन तमाम बिंदुओं को अपने पक्ष में लाने के लिए रणनीति पर विचार और मंथन कर सकती है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी संघ प्रमुख से मुलाकात कर सकते हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत चार दिन के अपने प्रवास में अलग-अलग सत्र में जिला, विभाग प्रचारक और क्षेत्र प्रचारकों के साथ बैठेंगे। इसमें वह यूपी में चल रहे संघ के कामों की समीक्षा तो करेंगे ही साथ ही संघ की योजना अब सभी न्याय पंचायतों तक संघ का काम पहुंचाने की है इस पर भी वह चर्चा करेंगे। बैठक का मुख्य एजेंडा यही है।
दिया जाएगा यह टिप्स
संघ के कार्यकर्ताओं को बताया जाएगा कि कैसे वह दलितों, आदिवासियों और नए गांवों तक पहुंचें। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि आरएसएस विचारधारा के जरिए भी नए लोगों तक पहुंचता है। इसमें सबसे पहले न्याय पंचायत स्तर तक संघ अपने मुख्य काम शाखा के विस्तार पर फोकस करेगा।
हर गांव तक पहुंचाना है अपना काम
कुछ लोग जो रोज लगने वाली संघ की शाखा में नहीं आ पाते, उन्हें सामाजिक कामों के जरिए जोड़ा जाएगा। 2025 में संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है, इससे पहले उसे हर गांव तक अपना काम पहुंचाया है। संघ इस पर भी काम करेगा। इसके अलावा भाजपा के साथ मिलकर पिछले दिनों समन्वय की रणनीति तैयार की गई। भाजपा और संघ तालमेल बनाकर काम करेंगे। भाजपा और आरएसएस लोकसभा चुनाव से पहले मिलकर लोगों के बीच पहुंचने की नीति तैयार कर रहे हैं। संघ प्रमुख भी इस योजना पर अपनी तरफ से कोई सुझाव दे सकते हैं। संघ भाजपा के पक्ष में जमीन तैयार करने में जुटा है।