LU News: प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र में गलतियों को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, समन्वयक को बर्खास्त करने की मांग

Lucknow University: प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि एलयू की प्रवेश परीक्षा में लगातार खामियां सामने आ रही हैं। छात्रों ने मांग उठाई कि इस पूरे मामले की जांच रिटायर्ड प्रोफेसर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर कराई जाए। निष्पक्ष जांच एक सप्ताह में पूरी कर इसकी रिपोर्ट सामने लाई जाए।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-07-15 13:00 GMT

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए एलएलबी पांच वर्षीय पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा के पर्चे में त्रुटियों और उसे वॉट्स ऐप के जरिए मेसेज भेज कर सही कराए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसके मद्देनजर एलयू परिसर में छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना था कि एलयू की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। छात्रों ने प्रवेश परीक्षा समन्वयक को बर्खास्त करने और रिटायर्ड प्रोफेसर की अध्यक्षता में जांच की भी मांग उठाई।  

एलएलबी प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र में गलतियां

एलयू में 13 जुलाई को पांच वर्षीय एलएलबी प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया था। प्रश्न पत्र में मुद्रण संबंधी कई गलतियां थीं। बुकलेट सीरीज बी और सी में प्रश्न 85 अधूरा था। प्रश्न पत्र में प्रश्न संख्या 85, 98, 99 और 100 में मुद्रण संबंधी त्रुटियां थीं, जिसमें आधा कंटेंट गायब था। अभ्यर्थियों की सूचना पर कक्ष निरीक्षकों ने एलयू प्रशासन से इस संबंध में सम्पर्क किया था। दावा है कि प्रश्न पत्र में हुई गड़बड़ियों को वॉट्सऐप के जरिए एलयू प्रशासन को भेजा गया था। इसके बाद वॉट्सऐप पर आए मैसेज के आधार पर प्रश्न पत्र सही कराया गया।

विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन 

इस पूरे मामले को लेकर समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई और आइसा से जुड़े विद्यार्थी मंगलवार को एलयू परिसर में सरस्वती प्रतिमा के पास एकत्र हुए। विद्यार्थियों में बीए एलएलबी की प्रवेश परीक्षा में प्रश्न पत्र में गड़बड़ी को लेकर नाराजगी थी। इस बात को लेकर छात्रों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। विद्यार्थी सड़क पर ही बैठ गए। प्रदर्शन की सूचना पर काफी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि एलयू की प्रवेश परीक्षा में लगातार खामियां सामने आ रही हैं। छात्रों ने मांग उठाई कि इस पूरे मामले की जांच रिटायर्ड प्रोफेसर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर कराई जाए। निष्पक्ष जांच एक सप्ताह में पूरी कर इसकी रिपोर्ट सामने लाई जाए। प्रवेश परीक्षा समन्वयक को बर्खास्त किए जाने की मांग भी की गई है। उनकी जांच कराए जाने की मांग भी छात्रों ने उठाई। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन से इस पूरे घटनाक्रम का लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

प्रश्न पत्र का फोटो लेकर सोशल मीडिया पर भेजना गलत

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि प्रवेश परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र की फोटो खींचना गलत है। यही नहीं प्रश्न पत्र सोशल मीडिया या वाट्स ऐप पर भी नहीं भेजा जा सकता है। इस मामले की जांच कराए जाने की भी मांग हुई।

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