LU News: UG के तीसरे, पांचवे और सातवें सेमेस्टर में ले सकेंगे ट्रांसफर, विद्या परिषद की बैठक में इन प्रस्तावों पर मुहर

Lucknow University: कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि मल्टीपल एंट्री के लिए विद्यार्थी एलयू या संबद्ध कॉलेज का होना चाहिए। वहीं बाहरी विश्वविद्यालय के उन्हीं छात्रों को प्रवेश की अनुमित मिलेगी जिनका संस्थान नैक ए प्लस या ऊपर का ग्रेड वाला हो।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-08-02 03:00 GMT

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में मल्टीपल एंट्री (कई बार प्रवेश) को मंजूरी दे दी गई है। इससे अब स्नातक तीसरे, पांचवे व सातवें सेमेस्टर और पीजी के तीसरे सेमेस्टर में विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे। साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज और संबद्ध कॉलेज से एलयू में भी स्थानांतरण करा सकेंगे। यह प्रस्ताव कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित विद्या परिषद की बैठक में पास किया गया। 

एलयू से जुड़े कॉलेज के छात्र ले सकेंगे ट्रांसफर

कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि मल्टीपल एंट्री के लिए विद्यार्थी एलयू या संबद्ध कॉलेज का होना चाहिए। वहीं बाहरी विश्वविद्यालय के उन्हीं छात्रों को प्रवेश की अनुमित मिलेगी जिनका संस्थान नैक ए प्लस या ऊपर का ग्रेड वाला हो। ऐसे विश्वविद्यालय के छात्रों को एनईपी 2020 के अनुरूप चार वर्षीय यूजी प्रोग्राम में पंजीकृत होना जरूरी है। सभी छात्रों के क्रेडिट अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स पर अपलोड होने चाहिए। पूर्व संस्थान के क्रेडिट को ट्रांसफर किया जाएगा। सातवें सेमेस्टर में दाखिले के लिए छात्रों का सीजीपीए 7.5 होना जरूरी है। कुलपति का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रवेश कक्ष को प्रवेश प्रक्रिया के दौरान खाली सीटों का विज्ञापन देगा। प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय प्रवेश कक्ष की ओर से तय की जाएगी। योग में सर्टिफिकेट कोर्स को भी मान्यता दी गई है। 

नेता, वकील, व्यापारी और पत्रकार ले सकेंगे क्लास 

विद्या परिषद की बैठक में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि इसके जरिए असाधारण उपलब्धियों और अनुभव वाले पेशेवरों को विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में बुलाया जाएगा। इनकी नियुक्तियों की संख्या कुल स्वीकृत पदों के 10 फीसदी से अधिक नहीं होगी। एक से तीन वर्षों के लिए तैनाती दी जाएगी। असाधारण परिस्थितियों में यह चार वर्षों से ज्यादा नहीं होगी। कुलपति के मुताबिक यह प्रोफेसर किसी उद्योग, विश्वविद्यालय या सम्माननीय से वित्तपोषित होंगे। इन्हें पाठ्यक्रम व पाठ्यचर्या को विकसित व डिजाइन करना, नए पाठ्यक्रम पेश करना और विश्वविद्यालय नीति के अनुसार व्याख्यान देने समेत कई अन्य कार्य करने होंगे। 

स्नातक में अब हर सेमेस्टर 20 क्रेडिट का 

स्नातक अध्यादेश 2023 के मुताबिक यूजी पाठ्यक्रम के सिलेबस में संशोधन को पारित किया गया। इसके तहत अब हर सेमेस्टर 20 क्रेडिट का होगा। मुख्य विषय का चयन पांचवे सेमेस्टर में कर सकेंगे। मुख्य विषय में वैकल्पिक पेपर, विकल्प, इंटर्नशिप, टर्म पेपर, माइनर प्रोजेक्ट या डिसर्टेशन को शामिल किया गया है। स्नातक में राष्ट्र गौरव विषय अनिवार्य रहेगा। 

एक व दो वर्षीय पीजी अध्यादेश पास 

देश में एक वर्षीय पीजी अध्यादेश लाने वाला लखनऊ विश्वविद्यालय पहला है। इसके तहत प्रति सेमेस्टर 20 क्रेडिट का होगा। ज्यादा विकल्पों की भी सुविधा मिलेगी। बैठक में दो वर्ष पीजी अध्यादेश को भी मंजूरी दी गई। इसमें भी हर सेमेस्टर 20 क्रेडिट का रखा गया है। क्रेडिट का डिसर्टेशन और कोर व वैकल्पिक पेपर्स में लचीलापन है। 

रिसर्चर इन रेजिडेंस का प्रस्ताव पास 

रिसर्चर इन रेजिडेंस के जरिए अंतरराष्ट्रीय संकाय एलयू में आकर रिसर्च और शिक्षण कार्य कर सकेंगे। यह कम से कम एक सेमेस्टर के लिए रखा गया है। साथ ही विदेशी संकाय को विश्वविद्यालय आवास और संबंधित ग्रांट भी देगा। 

बीबीए, एमए और एमबीए की ऑनलाइन पढ़ाई को मंजूरी 

विद्या परिषद की बैठक में ऑनलाइन बीबीए और एमए राजनीति विज्ञान, संस्कृत, समाज कार्य, अर्थशास्त्र व अंग्रेजी को शुरू करने पर संस्तुति दी गई। इसी तरह एमबीए मार्केटिंग, एमबीए फाइनेंस, एमबीए ह्यूमन रिसोर्स, एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस की पढ़ाई भी ऑनलाइन होगी। इसके लिए बोर्ड फॉर ऑनलाइन प्रोग्राम्स का सृजन किया गया है। 

शिक्षक कर सकेंगे पीएचडी 

बैठक में पीएचडी की सुपर न्यूमेरिक सीट पर प्रवेश को मंजूरी दी गई है। इससे एलयू और संबद्ध कॉलेज के बिना पीएचडी के नियुक्त शिक्षकों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा।

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