Vegetable Price 05 November 2023: प्याज की कीमतें लगा रहीं महंगाई का तड़का, जानिए कब से मिलेगी राहत?, आज इस भाव पर हैं सब्जियां

Vegetable Price 05 November 2023: प्याज के बढ़े भाव से हम लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूपी प्याज की खपत अधिक है। माल कम है। यही वजह है कि प्याज के भाव बढ़े हुए हैं। जब तक मंडी में सही ढंग से नया प्याज की आपूर्ति नहीं होने लगती, तब तक इसके रेट कम होने वाले नहीं है।

Report :  Viren Singh
Update:2023-11-05 06:00 IST

UP Vegetable Price 05 November 2023 (सोशल मीडिया)  

Vegetable Price 05 November 2023: यूपी में सब्जियों के भाव से लोग परेशान हैं। कुछ महीने पहले टमाटर ने लोगों को परेशान किया था, अब प्याज आम लोगों को परेशान कर रहा है। दिवाली का त्यौहार नजदीक है, ऐसे में सब्जियों के बढ़े दाम लोगों के बजट पर अपना प्रभाव डाल रहे हैं। कई बाजारों में प्याज का खुदरा भाव 60 से 80 रुपये किलो चल रहा है। वहीं, अन्य सब्जियां भी महंगी चल रही हैं। इसमें अधिकांश हरी सब्जियां, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन के भाव ऊंचे बने हुए हैं। आपको बता दें कि यूपी के लोग बीते जून के आखिरी दिनों से सब्जी के भाव से परेशान हैं। सितंबर के आखिरी पखवाड़े में लोगों को इसमें राहत मिली थी, लेकिन यह राहत ज्यादा दिन तक नहीं रही। अक्टूबर में अधिकांश दिन सब्जियों के भाव में उतार-चढ़ाव की स्थिति देखी गई। ऐसे में अगर पर मंडी में सब्जी लेने जा रहे हैं तो एक बार इसके भाव जरूर पता कर लें।

लखनऊ मंडी में सब्जी के भाव

सब्जी का नाम--- फुटकर भाव प्रतिकिलो

अदरक- 120 रुपये किलो

लौकी- 30 रुपये किलो

घुइयां- 80 रुपये किलो

फूल गोभी- 15,20,30 रुपये/प्रति पीस

शिमला- 80 से 100 रुपये किलो के बीच

गाजर- 50 रुपये किलो

सेम- 80 रुपये किलो

लहसुन- 200-300 रुपये किलो

परवल- 50 रुपये किलो

करेला- 30 रुपये किलो

टमाटर- 35 रुपये किलो

प्याज-60-80 रुपये किलो

तरोई- 40 रुपये किलो

भिंडी- 40 रुपये किलो

पालक- 20 रुपये किलो

आलू- 35 रुपये किलो (नया)

आलू-20 रुपए किलो (पुराना)

कद्दू- 40 रुपये किलो

धनिया- 200 रुपये किलो

खीरा- 50 रुपये किलो

नीबू- 80 रुपये किलो

हरी मिर्च- 80 रुपये किलो

दो वजहों से बढ़ीं प्याज की कीमतें

लखनऊ के सब्जी कारोबारी ने बताया कि मौसस की मार के चलते प्याज की आवक में गिरावट आई है। इस वजह से मंडी में इसके भाव बढ़े हुए हैं। कारोबारी कहना है कि दो वजहों से प्याज को नुकसान हुआ है। पहला अधिक बारिश से फसल खराब हुई है। दूसरा इस बार किसानों ने प्याज की बुवाई कम थी। एक किसान का कहना है कि बारिश का पानी भरने से प्याज की खेती करने वाले किसान अधिक दिन तक प्याज स्टोर नहीं कर सके। पानी से प्रभावित प्याज मार्केट आया जल्दी आया और बिक गया या फिर प्याज खराब हो गया।

जानिए कब कम होंगे प्याज के दाम

अन्य प्याज कारोबारी ने कहा कि प्याज के बढ़े भाव से हम लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूपी प्याज की खपत अधिक है। माल कम है। यही वजह है कि प्याज के भाव बढ़े हुए हैं। जब तक मंडी में सही ढंग से नया प्याज की आपूर्ति नहीं होने लगती, तब तक इसके रेट कम होने वाले नहीं है।

Tags:    

Similar News