UP: 'ह्यूमन ट्रैफिकिंग बढ़ती जा रही, कोई बॉर्डर सुरक्षित नहीं', सदन में गरजीं रागिनी सोनकर, पूछे सवाल

MLA Ragini Sonkar: सपा विधायक रागिनी सदन के माध्यम से सरकार के पूछा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता जा रहा है। उसको रोकने के लिए सरकार ने क्या योजना बनाई है? आप खुद यह मानते हैं कि हां दर बढ़ती जा रही है।

Report :  Viren Singh
Update: 2024-07-30 08:59 GMT

MLA Ragini Sonkar (सोशल मीडिया) 

MLA Ragini Sonkar: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन में दूसरे दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच कई मुद्दों पर सवाल जवाब के बीच काफी गहमागहमी को मिली रही है। जौनपुर स्थित मछलीशहर से विधायक रागिनी सोनकर ने सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बच्चों के यौन शोषण के मामले पर सरकार से सवाल पूछा। सपा विधायक के इस सवाल का खुद नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने जबाव भी दिया। सपा विधायक रागिनी का सदन में काफी आक्रमक रुख दिखाई दिया, साथ बलिया कांड के सहारे योगी सरकार की कानूनी व्यवस्था पर सवाल खड़े किये।

सपा विधायक ने सदन में सरकार से पूछे सवाल

सपा विधायक रागिनी सदन के माध्यम से सरकार से पूछा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता जा रहा है। उसको रोकने के लिए सरकार ने क्या योजना बनाई है? आप खुद यह मानते हैं कि हां दर बढ़ती जा रही है। आज इस मामले में यूपी इंडिया में सबसे पहले नंबर पर है। उन्होंने कहा कि जब हमारे अन्य सदस्य यह सवाल उठाते हैं तो आप की ओर से पूछा जाता है कि आपने क्या किया था? हमारी सरकार में लोकतंत्र था और लोग धरना प्रदर्शन देते थे. लेकिन आज की सरकार में ऐसा नहीं है।

बलिया कांड से सदन में सरकार को घेरा

उन्होंने आगे कहा कि सदन में बलिया कांड का जिक्र करते हुए रागिनी सोनकर ने आगे कहा कि आज यूपी का कोई बॉर्डर सुरक्षित नहीं है। आपको शायद कहीं न कहीं अपने अधिकारियों पर भी भरोसा नहीं है, इसलिए एसपी बलिया होने के बावजूद भी बाहर से एक टीम भेजी गई और वहां पर जांच कराई गई। बता दें कि बीते दिनों बलिया के भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से अवैध वसूली मामला सामने आया। यह कार्रवाई वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बीते बुधवार की थी। इस सीमा पर पुलिस द्वारा महीने में करोड़ों रुपये की ट्रकों से अवैध वसूली की जाती थी। मौके से दो पुलिसकर्मियों के साथ 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

यौन शोषण और पॉस्को में कितने मामले दर्ज?

रागिनी ने पूछा कि 2017 से लेकर 2023 तक कुल ऐसे कितने ऐसे यौन शोषण और पॉस्को के कितने मामले दर्ज किए गए और उनको किस तरह की मदद की गई? क्या काउंसिलिंग की गई? क्या सरकार ने उनकी जिम्मेदारी ली? क्या कोई स्किल डेवलपमेंट का काम हुआ? उन्होंने सरकार से पूछा कि 2017 से 2027 तक कितने लापता गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए और कितने लोग आज भी गुमशुदा हैं जिनको आपकी सरकार नहीं खोज पाई।

सीएम ने दिया कुछ ऐसा जवाब

सपा विधायक के सवालों का मुख्यमंत्री योगी ने खुद जवाब दिया। सीएम ने कहा कि यूपी में आज महिलाएं सुरक्षित हैं। महिला संबंधित अपराधों पर कार्रवाई हो रही है। सीएम ने कहा कि महिला बाल सुरक्षा के मुद्दे केवल बाहरी ही नही,घर के अंदर औऱ घर के बाहर दोनों होते हैं. सरकार ने इस को रोकने के लिए काफी प्रयास करिये हैं। सीएम ने कहा कि इस घटना की 2016 की तुलना में करें तो दहेज की घटनाएं 23-24 में 17.5% की कमी आई। बलात्कार में 2016-17 से 2023-24 की तुलना में 25.30% की कमी आई है। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 से 2024 के बीच महिला और नाबालिग बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलो में सरकार के प्रॉसिक्यूशन तेज करने के परिणाम सामने आए हैं। 24402 प्रकरण में अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है। 2017 से 2024 तक पॉस्को अधिनियम अंतर्गत 9875 अभियोगों में सजा दिलाई गई है। 2022 से 2024 के बीच महिलाओ के विरुद्ध पॉस्को अपराध में 16718 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है। 21 को मृत्यदंड, 1713 आजीवन कारावास,4653 को दस वर्ष या अधिक का कारावास,10331 को दस वर्ष के कम के कारावास की कार्रवाई हुई।

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