Lucknow News: पुरुष टेलर और बारबर पर बैन, अब महिला उत्पीड़न पर जनसुनवाई, एक्शन में महिला आयोग

Lucknow News: राज्य महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार के सामने एक प्रस्ताव रखा था जिसमें कहा गया था कि महिलाओं के कपड़ों की माप पुरुष नहीं सकते, इसके साथ ही योग सेंटर में महिला ट्रेनर की उपस्थिति की बात भी कही गई और महिलाओं के बाल भी पुरुष को नहीं काटने चाहिए।

Update:2024-11-27 20:38 IST

महिला आयोग ने पुरुष टेलर्स और पुरुष बारबर पर रोक लगाने की हुई थी मांग, महिला उत्पीड़न पर जनसुनवाई: Photo- Newstrack

Lucknow News: नारी के सम्मान और सुरक्षा के लिए सरकार कई तरह के दावे करती है और कई योजनाएं भी बनाई जाती हैं। लेकिन इसी वर्ष के जनवरी माह की एक खबर ने चौका दिया। खबर के अनुसार राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से आंकड़े जारी किए गए जिसके अनुसार महिला उत्पीड़न को लेकर सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश से आई थी। आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 28,811 शिकायतें मिली। इनमें से 50 फ़ीसदी से ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश से रिपोर्ट किए गए। सबसे ज्यादा शिकायतें घरेलू हिंसा और अन्य उत्पीड़न की दर्ज की गई। वहीं राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की बात करें तो उत्तर प्रदेश में साल 2022 में 65743 मामले दर्ज किए थे, जो देश में सबसे ज्यादा थे इसमें बलात्कार, हत्या, अपहरण, सामूहिक बलात्कार जैसे मामले शामिल हैं।

महिलाओं के लिए जनसुनवाई

महिला उत्पीड़न को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने के लिए विभिन्न जनपदों के राजकीय गेस्ट हाउसों में महिला जनसुनवाई एवं निरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जनपदों में आयोग के पदाधिकारियों की अध्यक्षता में महिला जनसुनवाई के पश्चात् महिला बंदी गृह, बालिका एवं महिला गृहों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण आयोग के पदाधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि प्रदेश के जनपद गोरखपुर, बहराइच, आजमगढ़, बस्ती, श्रावस्ती, गाजियाबाद, मुरादाबाद, कानपुर नगर, इटावा, अम्बेडकरनगर, जालौन, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मिर्जापुर, गाजीपुर, कन्नौज, फर्रूखाबाद, महोबा, सिद्धार्थनगर, सुल्तानपुर, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, बिजनौर व प्रयागराज में 27 नवम्बर, 2024 को जनसुनवाई का कार्यक्रम चलाया गया।

टोल-फ्री नंबरों के उपयोग का आह्वान

महिला आयोग की सदस्यों द्वारा महिलाओं को सुरक्षा संबंधी कई जानकारियां दी गईं। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए सरकार 1090, 181, 1076, 112, 102, 1930, 101, 1098 और 108 जैसी टोल-फ्री सेवाएं चला रही है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि यदि किसी के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई जाती है, तो वे बिना हिचक इन नंबरों का उपयोग करें। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि समय पर न्याय नहीं मिलता, तो राज्य महिला आयोग उनकी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करेगा।

सम्मान बनाए रखने की अपील

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि महिलाओं के मान-सम्मान को बनाए रखने और उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। हमारी बहन-बेटियां किसी भी हालत में अपमानित न हों इसका ध्यान रखा और साथ ही उनका आत्मसम्मान हर परिस्थिति में बरकरार रहे।

पुरुष टेलर्स और बारबर पर रोक लगाने की हुई थी मांग

पिछले दिनों राज्य महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार के सामने एक प्रस्ताव रखा था जिसमें कहा गया था कि महिलाओं के कपड़ों की माप पुरुष नहीं सकते, इसके साथ ही योग सेंटर में महिला ट्रेनर की उपस्थिति की बात भी कही गई और महिलाओं के बाल भी पुरुष को नहीं काटने चाहिए। ये प्रस्ताव राज्य महिला आयोग ने महिलाओं को पुरुषों से गलत इरादे और बैड टच से बचाने के लिए दिया था।

Tags:    

Similar News