आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया गया 'ममता दिवस'
जनपद के परदहा ब्लाक के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ममता दिवस मनाया गया। जिसमें ब्लाक के सभी मुख्य सेविकाओ कार्यकर्तीयों ने गृह भ्रमण कर धात्री व् गर्भवती महिलाओं परीक्षण और चिन्हित किया है।
मऊ: जनपद के परदहा ब्लाक के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ममता दिवस मनाया गया। जिसमें ब्लाक के सभी मुख्य सेविकाओ कार्यकर्तीयों ने गृह भ्रमण कर धात्री व् गर्भवती महिलाओं परीक्षण और चिन्हित किया है। गर्भवती की गोद फल और पौष्टिक आहार से भरी गई। वे सारी रस्में अदा की गईं, जो गर्भधारण के छह माह बाद घरों में होता है।
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मुख्य सेविका गीता तिवारी ने बताया कि गांवों में रस्म होती हैं कि गर्भधारण के छह माह बाद महिला की गोद भरी जाती है। अक्सर गरीब महिलाओं की गोद भरने की रस्म इसलिए नहीं अदा हो पाती है कि वे काफी गरीब होंती हैं। इस रस्मों को पूरा करने के लिए शासन ममता दिवस का आयोजन करा रही है। शनिवार को परदहा ब्लाक के 212 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ममता दिवस मनाया गया। जिसमें गर्भवती महिलाओं की गोद भरने के साथ ही आयरन की गोली दी गई। खून जांच और ब्लडप्रेशर की जांच हुईं।
स्वास्थ्य विभाग से महिलाओं का टीकाकरण और केंद्रों की कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को निर्धारित पोषाहार से डेढ़ गुना आहार दिया गया। जिससे महिला गर्भधारण के दौरान शक्ति मिल सके। स्वच्छता, पोषण, कुपोषण से मुक्ति, एनीमिया से बचाव, शौचालय का प्रयोग, बाहर शौच से होने वाली बीमारियों को बारे में सभी महिलाओं को अवगत कराया गया। पोषाहार वितरित करके उसे सही ढंग से इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी दी गई।
इस मौके पर गीता तिवारी ने महिलाओं को बीमारियों से बचने के उपाय बताए। दैनिक जीवन में स्वच्छता पर जोर दिया। कार्यक्रम में क्षेत्र की महिलाओं, बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू,पूनम,उर्मिला सबिता रंजना आदि की सहभागिता रही।
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सीडीपीओ दिनेश राजपूत ने बताया कि लगभग 3 धात्री महिलओं चिन्हित हुई है, 4 गर्भवती की गोद भरी गई है उन्हें बताया कि प्रसव सिर्फ संस्थागत होना चाहिए। धात्री महिलओं से बताया गया है कि प्रसव के बाद पीला गाढ़ा दूध नवजात को पिलाया जाए।