बिजली की बढ़ी दरों पर माया का वार, '...एक तो करेला, ऊपर नीम चढ़ा'

Update: 2017-12-10 04:47 GMT

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने यूपी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिए बिजली और ज्यादा महंगी करने पर बीजेपी सरकार की तीखी आलोचना की। कहा, कि 'बढ़ी हुई महंगाई का बोझ जनता पर थोपने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को भी जवाबदेह होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रदेश की गरीब, बेरोजगार व त्रस्त जनता को महंगी बिजली देना बीजेपी के सुशासन व 'सबका विकास' की रणनीति है?'

मायावती ने ये बातें शनिवार को अपने बयान में कही। उन्होंने आगे कहा, 'यूपी में शहर से लेकर गांव तक महंगी बिजली का बोझ जनता पर आज से डाल दिया गया है। यह कोई मामूली बोझ नहीं है, बल्कि शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को भी अब 10 रुपए प्रति किलोवाट अधिक फिक्स चार्ज देने के साथ-साथ 40-50 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा। कुल मिलाकर सभी श्रेणियों में औसतन लगभग 13 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।'

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'करेला वह भी नीम चढ़ा'

उन्होंने कहा, 'यूपी में एक तो बिजली का काफी ज्यादा बुरा हाल है। इससे लोग काफी परेशान हैं। उस पर बिजली दरों में बढ़ोतरी की मार। वास्तव में यह बीजेपी सरकार प्रदेश की गरीब जनता के लिए 'करेला वह भी नीम का कोट चढ़ा' वाली कड़वी सरकार साबित हो रही है।'

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बुनियादी जरूरतों के मामले में प्रदेश का बुरा हाल

मायावती ने कहा, 'प्रदेश में बिजली व सड़क, पानी, अस्पताल, सफाई के साथ-साथ अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था जैसी जनता की बुनियादी जरूरतों के मामले में प्रदेश का काफी ज्यादा बुरा हाल है, क्या यही बीजेपी का सुशासन है?'

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पीएम मोदी भी जवाबदेह

प्रदेश की पूर्व सीएम ने कहा, 'इसकी जवाबदेही न केवल प्रदेश भाजपा सरकार की है, बल्कि पीएम मोदी की भी है, क्योंकि स्थानीय सांसद होने के साथ-साथ उन्होंने ही प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने पर जनता की सुख-सुविधाओं का ध्यान देने के नाम पर लोगों से वोट मांगा था, लेकिन अब वे जनता का ख्याल रखने के लिए आगे आने की बजाय अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ते हुए नजर आ रहे हैं।'

आईएएनएस

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