Meerut News: सत्यपाल मलिक के अगले कदम पर लगी हैं सबकी नजरें

मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने केंद्र सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला है।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2022-03-12 17:07 IST

सत्यपाल मलिक की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

Meerut News: केंद्र सरकार की आलोचना के लिए सुर्खियों में रहने वाले मेघालयके राज्यपाल सत्यपाल मलिक का अगले कदम क्या होगा। इस पर सबकी नजरें लगी हैं। गौरतलब है कि बतौर राज्यपाल उनका कार्यकाल इस साल सितंबर तक है। जब से वें मेधालय के राज्यपाल बने हैं तब से उन्होंने एक तरह से केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। किसानों के आंदोलन के समय वे किसानों के साथ खड़े रहे और उन्होंने केंद्र पर कई गंभीर आरोप लगाए। यही नही चुनाव के बाद भी उनके केन्द्र सरकार विरोधी रुख में कोई परिवर्तन नही आया है।

आज भी राजस्थान के जोधपुर में एक कार्यक्रम के दौरान एक बार उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे हिंसा पर उतर आएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह गवर्नर का पद छीने जाने से नहीं डरते। इससे पहले पिछले दिनों हरियाणा के जींद में कंडेला खाप के किसानों के साथ समय बिताया तो कहा कि किसानों को एकजुट होकर केंद्र सरकार पर पलट देना चाहिए।

बाद में उन्होंने एक दूसरे बयान में कहा कि उनके करीबियों ने उनसे कहा कि अगर वे राष्ट्रपति बनना चाहते हैं तो मुंह बंद रखें। मेघालय के राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि केंद्र के साथ उनकी कोई 'शत्रुता' नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली में डेढ़ कमरे के घर में रहता हूं, इसलिए मैं किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी को टक्कर देने में सक्षम हूं।"

सत्यपाल मलिक की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

दरअसल,उत्तर प्रदेश पंजाब समेत पांच राज्यों के चुनाव परिणामों से पहले ऐसी आंशका जताई जा रही थी कि चुनाव नतीजों के बाद सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे सकते हैं। क्योंकि सितंबर में रिटायर होने से पहले ही वें इस्तीफा देकर अपने पक्ष में माहौल बनाना चाह रहे थे।

सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में अगले दो-तीन महीने में राज्यसभा के चुनाव होने वाले चुनावों में उन्हें रालोद या सपा की ओर से उम्मीदवार बनाया जाना भी लगभग तय हो गया था। लेकिन,अब जबकि चुनाव नतीजे सपा-रालोद गठबन्धन के उम्मीद की मुताबिक नही आए हैं। सत्यपाल मलिक के सपा-रालोद कोटे से राज्यसभा बनाया जाने की उम्मीद कम लग रही है। क्योंकि सपा-रालोद कोटे से आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के राज्यसभा सदस्य बनाए जाने की संभावना अधिक है।

वैसे,यह भी कहा जा रहा है कि आरएलडी अगले लोकसभा चुनावों में सत्यपाल मलिक को मुजफ्फरनगर सीट से टिकट जे सकती है। वहीं ऐसी भी चर्चा है कि सत्यपाल मलिक कांग्रेस के सम्पर्क में भी है ,जो उन्हें राजस्थान से उन्हें राज्यसभा के लिए भेज सकती है।

बहरहाल,जिस तरह से सत्यपाल मलिक चुनाव नतीजों के बाद भी केन्द्र सरकार के खिलाफ मुखर है उससे एक बात तो तय है कि भाजपा में वें अब टिकने वाले नही है। क्योंकि उम्र के जिस पड़ांव पर सत्यपाल मलिक हैं उसमें भाजपा मे उनका कोई राजनीतिक भविष्य नही है। ऐसे में उनकी पूरी कोशिश यही है कि भाजपा उन्हें राज्यपाल पद से बर्खास्त कर दे। ताकि वें किसानों के बीच शहीद का दर्जा पा सकें।

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