Meerut News: पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री सुनील भराला के विवादित ट्वीट ने बढ़ाया बीजेपी का सियासी पारा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफें की उठी मांग
Meerut News: इस ट्वीट में भराला ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को यूपी में पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार मानते हुए सीधे-सीधे उऩके इस्तीफें की मांग कर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा और चढ़ा दिया है।
Meerut News: यूपी बीजेपी में चल रही उथल-पुथल के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के त्याग पत्र की मांग बीजेपी के अंदर से ही उठने लगी है। दरअसल, केशव प्रसाद मौर्य ने 'संगठन सरकार से बड़ा होता है' बयान देकर सियासी हलचल तेज कर दी है। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य के इसी बयान पर पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री सुनील भराला का विवादित ट्वीट सामने आया है। इस ट्वीट में भराला ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को यूपी में पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार मानते हुए सीधे-सीधे उऩके इस्तीफें की मांग कर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा और चढ़ा दिया है।
बीजेपी के इस नेता ने अपने ट्वीट में सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा “संगठन सरकार से बड़ा होता है”- श्री केशव प्रसाद मौर्य। वैसे ये पंडित दीनदयाल जी भाग ३ पर लिखा है। इस बयान पर मेरी समझ से संगठन की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है। माननीय उप मुख्यमंत्री जी केशव प्रसाद मौर्य जी का आशय यही रहा होगा कि हार की बड़ी ज़िम्मेदारी संगठन की ही है। इसलिए माननीय प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी जी को अविलंब हार की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुआ अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए।
सुनील भराला ने आगे कहा “भाजपा में ऐसी परिपाटी रही है जहां तत्कालीन अध्यक्षों जैसे कलराज मिश्र जी , विनय कटिहार जी आदि ने इस्तीफ़े दिए थे। संगठन का असली कार्यकर्ता वो ही है जो अपनी गद्दी से पहले अपने संगठन व पार्टी के बारे में सोचे। केशव प्रसाद मौर्य ने एक पोस्ट में कहा, "सरकार से बड़ा संगठन, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। संगठन से बड़ा कोई नहीं। कार्यकर्ता ही गौरव हैं।" इस पोस्ट ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है और विपक्ष का दावा है कि यह असहमति का संकेत है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की एक्स पर एक पोस्ट ने उन अफवाहों को थोड़ी हवा दे दी जिसमें उनके और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच दरार की बात की जा रही है।