Meerut News: चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की गजब कलाकारी, प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दृश्यों को चित्रों में किया संजीव
Meerut News: एक तरफ जहां विश्व भर से आकर लोग संगम में स्नान कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में भी महाकुंभ 2025 के पावन पर्व पर ललित कला विभाग द्वारा लगाई गई "कला कुंभ राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी" का वृहद स्तर पर शानदार आयोजन किया गया।;
Meerut News: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में आस्था का भव्य नजारा देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां विश्व भर से आकर लोग संगम में स्नान कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में भी महाकुंभ 2025 के पावन पर्व पर ललित कला विभाग द्वारा लगाई गई "कला कुंभ राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी" का वृहद स्तर पर शानदार आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं ने कला के जरिए महाकुंभ 2025 की भव्य तस्वीरों को कैनवास में उकेरा है। इसका उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि डा०राज कुमार सांगवान ,लोकसभा सदस्य, बागपत क्षेत्र तथा कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर मृदुल कुमार प्रतिकुलपति एवं कार्यवाहक कुलपति तथा कुल सचिव धीरेंद्र वर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
श्रद्धालुओं की कुंभ में आस्था और भारतीय संस्कृति की गौरवशाली प्रतीकों को विभाग के विद्यार्थी कलाकारों ने रंग और ब्रश द्वारा महाकुंभ के भक्तिपूर्ण दृश्य को बहुत ही सजीवता से चित्रित किया । कलाकृतियों में महाकुंभ के दृश्य जैसे- अघोरी बाबा ,अघोरी बाबा साधुओं के झुंड को मस्ती में नृत्य करते हुए, हर हर महादेव के स्वरों पर नृत्य करते हुए ,साधुओं को गंगा स्नान , त्रिवेणी संगम पर साधु व आम जनता को स्नान करते हुए, सूर्य को जल अर्पण करते हुए तथा कुंभ की आरती को चित्रित किया । छात्र कलाकारों द्वारा जन सामान्य का साधारण विषयों पर चित्रित किया गया,जैसे की गंगा किनारे श्रद्धालुओं द्वारा गाय को रोटी खिलाते हुए ,वही नदी को प्रमुखता के साथ चित्रित किया । इसके अतिरिक्त शंकर त्रिशूल, जटाधारी साधु कलश, शंख बजाते हुए श्रद्धालु व नागा साधु ,गंगा किनारे स्नान करते हुए महिला- पुरुष तथा विशेष रूप से किन्नरों के अखाड़े का गहनता के साथ चित्रांकन किया गया । जिसमें किन्नरों के समूह को भक्ति के रंग में प्रमुखता के साथ दर्शाया।
लोकसभा सदस्य राजकुमार सागवान ने कहा कि ललित कला विभाग द्वारा आयोजित महाकुंभ के अवसर पर आयोजित कुंभ कला प्रदर्शनी में भारतीय जन-मानस की आस्था और विश्वास को जिस तरीके से चित्रों में उतारा गया है । इसकी जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है। मैं इन होनहार विद्यार्थियों और शिक्षकों और विशेष रूप से समन्वयक प्रोफेसर अलका तिवारी को भारतीय संस्कृति से प्रेरित कला आयोजन हेतु हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। कार्यक्रम संयोजिका प्रोफेसर अलका तिवारी ने बताया कि महाकुंभ पर्व के अवसर पर ललित कला विभाग द्वारा सात दिवसीय कला कुंभ कार्यशाला का आयोजन दिनांक 13 जनवरी से 19 जनवरी तक किया गया । जिसमें विभिन्न राज्यों दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड ,पंजाब ,राजस्थान व हिमाचल के कलाकारों ने कुंभ के दृश्यों पर आधारित चित्र बनाएं ।जिनका प्रदर्शन आज कला प्रदर्शनी में किया गया। जल रंग, तैल रंग, डिजिटल पेंटिंग पोस्टर, 3D पेंटिंग तथा फैब्रिक पेंटिंग आदि माध्यमों में कुंभ का चित्रण कलाकारों ने किया।
समन्वयक ने बताया कि महाकुंभ के दौरान निरंतर कुंभ की आस्था परआधारित विभिन्न प्रकार के कलात्मक आयोजन विभाग द्वारा माननीय कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी के दिशा- निर्देशन में कराए जाते रहेंगे। डा ०प्रदीप चौधरी ,सांख्यिकी विभाग ने सभी का पुष्प गुच्छ और पटका पहनाकर स्वागत किया।अति विशिष्ट अतिथि ,श्री धीरेंद्र वर्मा कुलसचिव ने कलाकारों को कला के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की शुभकामनाएं दी तथा विद्यार्थियों द्वारा हस्त- निर्मित एवं डिजिटल माध्यम से बनाई गई कुंभ के दृश्य चित्रों में राहुल, पीयूष, रिद्धिमा और श्रेया चित्रों की भूरि भूरि प्रशंसा की। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र राणा, प्रो. जे० ए० सिद्धकी, प्रोफेसर के० के० शर्मा , समन्वयक साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, उनके हुनर की भूरी- भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि महाकुंभ पर बनाए गए यह चित्र निश्चय ही दर्शकों और जन समूह को महाकुंभ की गौरवशाली संस्कृति उसके धार्मिक महत्व तथा भारतीय परंपराओं से अवगत कराते हुए भक्तों को कुंभ के प्रति आकर्षित करेगी।मुख्य अतिथियों द्वारा विद्यार्थी कलाकारों को पुरस्कार प्रदान व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर डॉक्टर प्रदीप चौधरी, प्रोफेसर बिंदु शर्मा, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, डॉ प्रवीण पवार, प्रेस प्रवक्ता,डॉ रीता सिंह, प्रो. मनोजकुमार ,मेरठ कॉलेज, मेरठ डा०पूर्णिमा वशिष्ठ, डा०शालिनी धामा तथा संजय कुमार, आकाश विश्वविद्यालय परिसर के अनेक विभागों के कर्मचारी शिक्षक वह छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में प्रदर्शनी देखने के लिए आए।