Meerut News: अरुण गोविल उड़ीसा में कर रहे पार्टी का प्रचार, मतदान के बाद लौटे थे मुंबई

Meerut News: मेरठ भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल उड़ीसा में पार्टी का प्रचार करते दिखाई दिए। गौरतलब है कि मतदान के बाद वो मुंबई चले गए थे।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2024-05-23 11:01 GMT

अरुण गोविल। (Pic: Newstrack)

Meerut News: भाजपा अरुण गोविल की राम वाली छवि का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश की बजाय दूसरे राज्यों में कर रही है। यही कारण है कि मेरठ में मतदान के अगले ही दिन मेरठ से मुंबई कूच करने वाले अरुण गोविल उत्तर प्रदेश में पार्टी उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार में शायद ही कहीं दिखे होंगे। अलबत्ता,उड़ीसा के चंपुआ, तेलकोई क्योंझर जिले में सार्वजनिक बैठकों में अरुण गेविल की मौजूदगी देखी गई। खुर्दा जिले के अलावा ढेंकनाल में एक रोड शो में भी अरुण गोविल दिखे।

उम्मीद के अनुरूप होगा प्रदर्शन

अभिनेता से नेता बने अभिनेता अरुण गोविल 2024 के चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन की बावत पूछने पर इतना ही कहते हैं-,भगवा पार्टी का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप रहेगा। उन्होंने कहा, “हर कोई चाहता है कि देश प्रगति करे और इसके लिए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।” मेरठ में चुनाव लड़ने के सवाल पर गोविल ने कहा कि मेरठ में रहकर जनता की ‘सेवा’ करने की जरूरत है। बकौल,अरुण गेविल,-“मैंने रामायण के माध्यम से वर्षों तक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से समाज की सेवा की. लेकिन मैंने सोचा, जब मैं अपनी मृत्यु शय्या पर होऊं, तो मैं अपनी सार्वजनिक सेवा के लिए जाना जाऊं।”

मतदान के बाद चले गए थे मुंबई

गौरतलब है कि मतदान होने के बाद अरुण गोविल के मुंबई लौटने से पहले अपने X अकाउंट पर अरुण गोविल ने एक पोस्ट लिखा था। उन्होंने लिखा था कि 'जब किसी का दोहरा चरित्र सामने आता है तो उससे अधिक स्वयं पर क्रोध आता है कि हमने कैसे आंख बंद करके ऐसे इंसान पर भरोसा किया। जय श्री राम। अरुण गोविल ने पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिखा था। इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया में खलबली मच गई और ये पोस्ट वायरल होने लगी। कुछ लोग ट्रोल करने लगे। हालांकि बाद में उन्होंने अपने अकाउंट से पोस्ट डिलीट कर दिया था। लेकिन, सोशल मीडिया में इसको लेकर शुरु हुई चर्चा अभी भी हो रही हैं।

मेरठ से की राजनिती की शुरुआत

2024 का चुनाव मेरठ से लड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाले ‘टेलीविजन के राम’ यानी 72 वर्षीय अरुण गोविल अपनी राजनितिक पारी में कामयाब होंगे अथवा नहीं इसका पता तो चार जून को मतगणना के दिन ही चलेगा। वे खुद कई बार मीडिया के सामने ये कह चुके हैं कि मुझे राजनीति नहीं आती, न मैं राजनीति करूंगा। रामायण में गोविल के साथ काम करने वाले अन्य कलाकार जैसे दारा सिंह, अरविंद त्रिवेदी और दीपिका चिखलिया सभी सांसद रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने तब तक राजनीति से दूरी बनाए रखी, जब वह अयोध्या विवाद के फैसले के दो साल बाद भाजपा में शामिल हो गए।

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