CCSU और नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के बीच एमओयू साइन, रिसर्च में मिलेगी मदद

सीसीएसयू और नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट मोहाली पंजाब के बीच समझौता हो जाने के बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संकाय एवं विज्ञान संकाय के छात्र एवं छात्राओं व शिक्षकों को वहां पर चल रहे नए शोध आयाम का लाभ मिल सकेगा।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-12-11 22:21 IST

CCSU और नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के बीच एमओयू साइन (Social Media)

Meerut News: मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट मोहाली पंजाब के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ है। इस संबंध में विवि प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि, सीसीएसयू और नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट मोहाली पंजाब के बीच समझौता हो जाने के बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संकाय एवं विज्ञान संकाय के छात्र एवं छात्राओं व शिक्षकों को वहां पर चल रहे नए शोध आयाम का लाभ मिल सकेगा।

साथ ही ये भी बताया कि, छात्र नवीनतम उपकरणों को चलाने आदि का प्रशिक्षण ले सकेंगे।  चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के शिक्षक संयुक्त रूप से प्रोजेक्ट पर कार्य करेंगे तथा संयुक्त रूप से विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संपादित करेंगे। विवि प्रवक्ता के अनुसार नेशनल एग्रीकल्चर फूड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट देश का महत्वपूर्ण एवं शोध के क्षेत्र में एक विशेष स्थान है। मुख्य रूप से यह खाद्य विज्ञान कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ऐसे संस्थान के साथ चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ का होना गौरव की बात है। इस मौके पर नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर अश्विनी पारीक वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर जीके रॉय वह प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

छात्र-छात्राओं से लेंगे फीडबैक, सेल का गठन

विवि प्रवक्ता के अनुसार विकसित भारत @2047 के तहत प्रधानमंत्री का युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम के तहत सोमवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में अटल सभागार सर छोटू राम इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड  टेक्नोलॉजी में लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक कर्मचारियों तथा छात्र व छात्राओं ने प्रधानमंत्री का लाइव भाषण सुना। इसके पश्चात कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के छात्र/ छात्राओं द्वारा विकसित भारत @2047 में अपनी भूमिका, उनकी भूमिका एवं उनके द्वारा किए गए योगदान की सूचना फीडबैक एकत्र किए जाने हेतु एक सैल का गठन किया गया। जिसका कमांड सेंटर सर छोटू राम इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड  टेक्नोलॉजी में प्रशासनिक भवन के भूतल पर होगा। इस कार्यक्रम के तहत 15 दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सेमिनार, पोस्टर प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, साइकिल रैली, हाफ मैराथन, क्विज प्रतियोगिता आदि आयोजित की जायेगी। इसके अलावा शिक्षकों के द्वारा प्रत्येक कक्षा में विकसित भारत @2047  के संबंध में सुझाव लिए जाएंगे।

वीसी द्वारा गठित सेल में कौन होंगे?

कुलपति द्वारा गठित सैल में सलाहकार समिति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, प्रोफेसर बिंदु शर्मा, समन्वयक डॉक्टर नीरज सिंघल, सह समन्वयक प्रोफेसर कृष्ण कुमार शर्मा, सदस्य डॉक्टर नाजिया , प्रोफेसर प्रशांत कुमार,डॉक्टर जितेंद्र गोयल, डॉक्टर अनिल यादव, डॉक्टर विवेक त्यागी, डॉक्टर विवेक नौटियाल, प्रेस समिति मितेन्द्र कुमार गुप्ता, इंजीनियर प्रवीण पवार, इंजीनियर मनीष मिश्रा, इंजीनियर संदीप अग्रवाल हैं।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की ओर से कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला कुलसचिव धीरेंद्र कुमार शोध निदेशक प्रोफेसर वीरपाल सिंह कृषि संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह वरिष्ठ प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राहुल कुमार डॉक्टर धर्मेंद्र प्रताप डॉक्टर सचिन कुमार डॉक्टर अजय कुमार, प्रेस समिति के सदस्य इंजीनियर प्रवीण पवार आदि मौजूद रहे।

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