Meerut News: तो भाजपा और रालोद के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा !
Meerut News: दूसरे चरण के मतदान के बाद से ही बीजेपी नेताओं ने काम खत्म मानकर जयंत चौधरी को अहमियत देना करीब-करीब बंद ही कर दिया।
Meerut News: भाजपा और रालोद के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दरअसल, दो चरण के चुनाव के बाद से एनडीए में जिस तरह जयंत चौधरी की कदर घटी है उसको लेकर रालोद के अंदर बैचनी बढ़ती दिख रही है।
मतदान के बाद घटी जयंत चौधरी की अहमियत
रालोद के स्थानीय एक बड़े नेता नाम ना छापने की शर्त पर कहते हैं, भाजपा की नीयत हमें ठीक नहीं लग रही है। चुनाव से पहले तो रालोद मुखिया जयंत चौधरी की कद्रदानी करने में बीजेपी नेताओं ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। लेकिन,पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जैसे ही मतदान संपन्न हुआ। बीजेपी नेताओं ने काम खत्म मानकर जयंत चौधरी को अहमियत देना करीब-करीब बंद ही कर दिया। यही नहीं 29 मई को राजधानी के किसान घाट पर चौधरी चरण सिंह की पुण्य तिथि पर हुए कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को छोड़ कर बीजेपी का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। मेरठ की ही बात करें तो यहां भाजपा ने सहयोगी दल रालोद का सहयोग मतगणना में नहीं लिया है, उसने अपने एजेंट पार्टी पदाधिकारियों को ही बनाया है। यहां यह भी गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन में जहां जयंत को सात लोकसभा सीटें मल रही थीं। वहीं एनडीए में उन्हें मात्र दो सीटें बागपत और बिजनौर ही मिली है।
चार जून के बाद हो सकती है फूट
राजनीतिक हलकों में इस तरह की अटकलें भी गश्त कर रही हैं कि अगर चुनाव में रालोद के दोनों उम्मीदवार जीतते हैं तो बीजेपी टूट फूट करा कर रालोद के दोनो सांसदों को अपने में शामिल करा सकती है। दरअसल, इस तरह की अटकलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के क्रम में पश्चिम बंगाल की अपनी आखिरी सभा में दिये गये उस बयान ने हवा दी है जिसमें उन्होंने कहा कि चार जून के बाद अगले छह महीने में देश में बड़ा राजनीतिक भूचाल आएगा। इसके आगे उन्होंने इसमें जोड़ा कि तमाम परिवारवादी पार्टियां अपने आप बिखर जाएंगी क्योंकि उनके कार्यकर्ता भी अब थक गए हैं। उनको लगने लगा है कि देश किधर जा रहा है और ये पार्टियां किधर जा रही हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री के इस बयान से स्पष्ट है कि अगर भाजपा जीतती है तो ऑपरेशन लोटस बड़े पैमाने पर चलेगा।