Lok Sabha Election: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से पूछे कौन-कौन से तीन सवाल, जानिए यहां
Lok Sabha Election: कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल मुख्यमंत्री योगी ने वादा किया था कि वह अगले 3-4 वर्षों में राज्य में 2 करोड़ नई नौकरियां पैदा करेंगे। याद कीजिए यह वही वादा है जो प्रधानमंत्री ने 2014 में सत्ता में आने से पहले किया था।
Lok Sabha Election: प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता की तरफ से कांग्रेस मोदी सरकार आज तीन सवाल पूछती है। पहला मोदी सरकार भदोही के कालीन उद्योग को क्यों बर्बाद कर रही है? दूसरा यूपी सरकार ने किसानों को आवारा पशुओं से निपटने के लिए उनके हाल पर क्यों छोड़ दिया है?तीसरा और अंतिम सवाल यूपी के युवा बेरोज़गार क्यों हैं?
मोदी सरकार में कालीन उद्योग हुआ बर्बाद!
कांग्रेस प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी ने आगे कहा कि अधिकांश एमएसएमई की तरह, भदोही के कालीन उद्योग को भी मोदी सरकार के कार्यकाल में भयंकर नुक़सान हुआ है। सबसे पहले, यह उद्योग जटिल टैक्स स्ट्रक्चर और जीएसटी की उच्च दरों से प्रभावित हुआ। एक ट्रेड बॉडी के अनुसार, हाथ से निर्मित समानों और अन्य फर्श कवरिंग आइटम पर 18% जीएसटी लगाया गया है और हाथ से निर्मित वस्तुओं की बिक्री एवं ख़रीद पर 12% लगाया गया है। पहले कालीन निर्यातकों को 9.2% आयात शुल्क मिलता था जो अब घटकर मात्र 3% रह गया है। यहां तक कि सरकार जो 7.5 फीसदी सब्सिडी देती थी, उसे भी अचानक हटा दिया गया है। मोदी सरकार की ग़लत व्यापार और कर नीतियों के कारण 20 लाख श्रमिक परिवार पीड़ित हैं। भाजपा ने भदोही के कालीन उद्योग को क्यों बर्बाद कर दिया? कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के न्याय पत्र में भारत के छोटे निर्माताओं की सुरक्षा के लिए जीएसटी व्यवस्था को तर्कसंगत और सरल बनाने का वादा किया है। भदोही के कालीन निर्माताओं को समर्थन देने के लिए भाजपा के पास क्या विज़न है?
कांग्रेस प्रवक्ता के अनुसार बार-बार कार्रवाई के वादे के बावजूद, यूपी सरकार बढ़ते आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करने में विफल रही है। पर्याप्त पशु आश्रयों की कमी के कारण पशुपालक अपने पशुओं को छोड़ कर उनकी देखभाल करने से बचते हैं। ये पशु अब किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बन गए हैं। ये नियमित रूप से फ़सलों को नष्ट कर रहे हैं। उच्च मूल्य वाली फसलें ज़्यादा बर्बाद हो रही है। इससे फसल विविधीकरण के प्रयास भी अवरुद्ध हो रहे हैं। किसानों को अब चौबीसों घंटे निगरानी रखनी पड़ती है। कुछ तो सांड के हमले से मर भी गए हैं। मुद्दों से भटकाने के बजाय, क्या प्रधानमंत्री उन समस्याओं को हल करने के लिए कुछ कर सकते हैं जो वास्तव में स्थानीय लोगों से संबंधित हैं।
इस समस्या को हल करने के लिए उनके पास क्या विज़न है?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल मुख्यमंत्री योगी ने वादा किया था कि वह अगले 3-4 वर्षों में राज्य में 2 करोड़ नई नौकरियां पैदा करेंगे। याद कीजिए यह वही वादा है जो प्रधानमंत्री ने 2014 में सत्ता में आने से पहले किया था। हम जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ - बेरोज़गारी ने वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और ग्रोथ बिल्कुल धीमा हो गया। इंडिया गठबंधन की युवा न्याय गारंटी में विभिन्न सरकारी विभागों एवं संस्थानों में खाली पड़े 30 लाख पदों पर भर्ती और सभी स्नातकों एवं डिप्लोमा धारकों को एक साल की प्रशिक्षुता की गारंटी शामिल है। प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने पिछले दशक में 2 करोड़ नौकरी देने के वादे को पूरा करने के लिए क्या किया है? प्रधानमंत्री की राह पर चलने वाले उनके सहयोगी अब वही वादे क्यों कर रहे हैं जिन्हें प्रधानमंत्री पूरा करने में विफल रहे? उत्तर प्रदेश और भारत के रिकॉर्ड बेरोज़गारी संकट को हल करने के लिए भाजपा के पास क्या विज़न है?