Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालयः गरबा इवनिंग में छात्र-छात्राओं के साथ अध्यापिका भी सांस्कृतिक गीतों पर जमकर थिरकीं
Meerut News: गरबा कार्यक्रम में बारी-बारी कर सभी प्रतिभागियों ने अपने नृत्य एवं संगीत कला को प्रस्तुत किया। छात्र-छात्राओं का उत्साह देख कई अध्यापिका भी अपने अन्दर के विद्यार्थी को रोक नहीं पायीं और सांस्कृतिक गीतों पर उनके भी कदम थिरकन लगे।;
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालयः गरबा इवनिंग में छात्र-छात्राओं के साथ अध्यापिका भी सांस्कृतिक गीतों पर जमकर थिरकीं: Video- Newstrack
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर छोटू राम अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संस्थान के प्रांगण मे सोमवार को कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के निर्देशानुसार नवरात्रि के पावन अवसर पर गरबा इवनिंग का आयोजन किया गया। गरबा कार्यक्रम में बारी-बारी कर सभी प्रतिभागियों ने अपने नृत्य एवं संगीत कला को प्रस्तुत किया। छात्र-छात्राओं का उत्साह देख कई अध्यापिका भी अपने अन्दर के विद्यार्थी को रोक नहीं पायीं और सांस्कृतिक गीतों पर उनके भी कदम थिरकन लगे। इससे पहले गरबा कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ दीप प्रज्वलन से हुआ।
विद्यार्थियों में एकता का भाव पैदा होता है
विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय की यह परंपरा रही है कि हर त्योहार को विश्वविद्यालय परिवार एक साथ मिलकर मनाये, इस प्रकार सामूहिक रूप से किसी उत्सव को मानने से मनोरंजन के साथ-साथ विद्यार्थियों में एकता का भाव पैदा होता है जो आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान निभाता है।
कार्यक्रम में प्रतिभागियो को संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नीरज सिंघल, प्रशासनिक अधिकारी डॉ अशोक कुमार, ए.पी.ओ धर्मेंद्र सहित सभी शिक्षकगण व कर्मचारियों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. दिव्या शर्मा एवं सहसयोजक डॉ. गौरव त्यागी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रवक्ता के अनुसार इस महोत्सव का उद्देश्य लोगों को सांस्कृतिक हर्षोल्लास के साथ एक साथ आने का अवसर प्रदान करना है।
इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्र छात्राओं की टीम ने सहभागिता की ,जिसमे प्रबुद्ध मिश्रा और अश्वी चौधरी ने मंच संचालन कर कार्क्रम को बांधे रखा। सांस्कृतिक समिति के सदस्य मिस कंचन, मिस कुमकुम चौधरी एवं सांस्कृतिक समिति के कोर सदस्यों के रूप में प्राची सिरोही, इशिका त्यागी, सत्या जयसवाल, शशांक उपाध्याय, हरिओम पाण्डेय, घनश्याम, अमानुल हक ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।