Meerut News: कैलाश सत्यार्थी की दो पुस्तकों को पुस्तकालय के लिए जारी किया गया

Meerut News: "सपनों की रोशनी" और "दा हीरो ऑफ टाइगर हिल" नामक को पुस्तकालय के लिए जारी किया गया। दोनों के लेखक कैलाश सत्यार्थी हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2024-05-25 16:03 GMT

पुस्तकालय के लिए जारी की गई पुस्तकें। (Pic: Newstrack)

Meerut News: स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध बाल अधिकार कार्यकर्ता व नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा रचित पुस्तक ‘‘सपनों की रोशनी‘‘ व कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव की आत्मकथा ‘‘दा हीरो ऑफ टाइगर हिल‘‘ को विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में छात्र-छात्राओं के ज्ञानवर्धन हेतु जारी किया गया है।

पुस्तकालय के लिए जारी की गई पुस्तक

कुलपति सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज ने दोनो पुस्तकों को विधिवत विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय हेतु जारी किया। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है, कि बचपन बचाओ आन्दोलन के जनक कैलाश सत्यार्थी एवं कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव की आत्मकथा दा हीरो ऑफ टाइगर हिल पुस्तक को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हेतु जारी की गई है।

किताबों के बारे में दी जानकारी

उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ देश के इतिहास व संस्कारों को राष्ट्रीयता के भाव से अपने विद्यार्थियों में रोपित करने का कार्य कर रहा है। इसके साथ ही शिक्षा को एक सार्वभौमिक मानवाधिकार के रूप में प्रदान कर युवाओं के उत्थान हेतु कार्य कर रहा है। डॉ.शल्या राज ने आगे कहा कि कैलाश सत्यार्थी द्वारा रचित पुस्तक सपनों की रोशनी क्या बनना है की जगह क्या करना है पर आधारित है। इसमें ऐसी कहानियां है, जिनमें जीवन के उदाहरणों के माध्यम से सिखाया है कि आशा, निराशा, सफलता, असफलता, सुख और दुःख जैसे सारे अनुभवों के बीच सहज भाव से आगे बढते हुए सफलता की सीढ़ियां चढ़ी जा सकती है। दूसरी ओर कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव की आत्मकथा दा हीरो ऑफ टाइगर हिल एक प्रेरणादायक कहानी बयां करती है यह एक बहादुर सैनिक की सच्ची कहानी है, जिसने भारत के सम्मान के लिए कोई कसर नही छोड़ते हुए बहादुरी से संघर्ष किया। कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव भारत के सबसे कम उम्र के परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता हैं।

महापुरुषों से लें अच्छा नागरिक बनने की प्रेरणा

डॉ.शल्या राज नेकहा कि छात्र छात्राओं को अपने महापुरुषों के बलिदान से समाज व देश के लिए योगदान हेतु अच्छे नागरिक बनने की प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि अपनी योग्यता व ज्ञान से देशहित में कार्य कर सके। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. अभय शंकरगौड़ा, डीन कला संकाय डॉ. सुधीर त्यागी, विभागाध्यक्ष भाषा विभाग डॉ. सीमा शर्मा व मीडिया प्रभारी अनम शेरवानी आदि उपस्थित रहे।

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