UP Politics: फिर सामने आई मंत्री की नाराजगी, बैठक में बुलाए न जाने से नाराज

UP Politics: पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने बैठक बुलाई थी लेकिन इसमें जसवंत सिंह सैनी को आमंत्रित नहीं किया गया था।

Newstrack :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2022-10-30 06:11 GMT

राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी (photo: social media ) 

UP Politics: योगी सरकार में फिर सामने आई मंत्री की नाराजगी। राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी नाराज, विभागीय बैठक में नहीं बुलाए जाने पर पत्र लिखकर जाहिर की नाराजगी। पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने बैठक बुलाई थी लेकिन इसमें जसवंत सिंह सैनी को आमंत्रित नहीं किया गया था। जसवंत सिंह सैनी औद्योगिक विकास राज्य मंत्री हैं।

योगी सरकार में औद्योगिक विकास राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी नाराज हैं। उनका आरोप है कि विभागीय बैठक में उन्हें कई बार नहीं बुलाया जाता और कभी तो बैठक से ऐन वक्त पहले उन्हें फोन कर इसकी जानकारी दी जाती है। विभागीय बैठक में नहीं बुलाए जाने पर जसवंत सिंह सैनी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार को पत्र लिखा है। इसके बाद आईआईडीसी ने विभागीय अफसरों को निर्देश जारी किया है कि राज्यमंत्री को हर बैठक बुलाया जाए।

जसवंत सिंह सैनी की नाराजगी तब जाहिर हुई जब पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी द्वारा बुलाई गई बैठक की जानकारी उन्हें नहीं दी गई। बैठक से थोड़ी देर पहले विभाग के एक अफसर ने उन्हें फोन कर कहा कि आप बैठक में आ रहे हैं, तब उन्होंने लखनऊ से बाहर होने की बात कही। जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वह भी विभाग के राज्य मंत्री हैं आखिर विभाग में क्या कुछ फैसले हो रहे हैं, योजनाओं को लेकर क्या रणनीति बन रही है, इसकी जानकारी उन्हें होनी चाहिए, लेकिन राज्यमंत्री के बिना कई बैठकें हो रहीं हैं।

पहले भी मंत्री लगा चुके हैं आरोप

जसवंत सिंह सैनी ऐसे पहले राज्यमंत्री नहीं है जो विभाग अफसरों की उदासीनता से नाराज हैं। इससे पहले जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा तक दे दिया था। उन्होंने इसकी शिकायत गृहमंत्री अमित शाह से की थी, जिसके बाद मामले में सीएम योगी ने दखल दिया और अपने सरकारी आवास पर उन्हें बुलाकर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र सिंह के साथ उनका सामंजस्य बैठाया था। उस वक्त भी सीएम योगी ने कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों से कहा था कि वह राज्य मंत्रियों को सभी बैठकों में शामिल करें। उन्हें भी कार्य करने का पूरा मौका मिले। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सीएम योगी को पत्र लिखा था जबकि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश सिंह ने मंडियों और मंडी परिषद में अनियमितता के आरोप लगाए हैं। अब एक बार फिर से औद्योगिक विकास राज्य मंत्री का दर्द छलका है।

Tags:    

Similar News