बरेली: शहर में गुरुवार को एक बदमाश कंपनी ने लूट की एेसी सनसनीखेज साजिश रची जिसे आप सोच भी नहीं सकते। चार लुटेरों ने बरादरी इलाके के एक घर में सिर्फ धावा ही नहीं बोला, बल्कि बुजुर्ग दंपती समेत पूरे मकान को हाईजेक कर लिया। वे घटना को अंजाम देकर भागे नहीं बल्कि दंपती के घर में ही डेरा जमा लिया और खूब मौज मस्ती की।
चार दिन तक बदमाशों ने उन्हें गन प्वाइंट पर रखा, पहले लूटपाट की, मन नहीं भरा तो बैंक से एक लाख रुपए निकलवा लिए। इसके बाद भ्ाी उनका मन न भरा तो घर लिखवाने की योजना बनाने लगे मगर गुरुवार को बदमाशों का भांडा फूट गया।
क्या है मामला
-यह घटना बरादरी इलाके दुर्गानगर के पार्ट टू में डी-8 मकान में हुई।
-रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी देवी शंकर पाठक और उनकी पत्नी विमलेश पाठक 2007 से यहां अकेले रहते थे।
-उनके बड़े बेटे राकेश पाठक की जयपुर में कचहरी पर फोटो स्टेट की दुकान है।
-उनकी पत्नी रंभा सचिवालय में नौकरी करती हैं, उनका एक बेटा अतुल है।
-जिसके नाम पर देवी शंकर ने मकान लिखवा रखा है।
-उनका छोटा बेटा रुपेश पाठक और पत्नी पुष्पा रुद्रपुर में रहते हैं, वह दोनों प्राइवेट नौकरी करते हैं।
चार दिन तक घ्ार में डटे रहे बदमाश
-सोमवार सुबह चार बदमाश घर में घुसे, दंपति अकेले थे।
-बदमाशों ने तुरंत ही गन प्वाइंट पर दंपति को बंधक बना लिया।
-बदमाश घर में लूटपाट के बाद चार दिन तक वह वहीं डटे रहे।
-वहीं खाते, दारू पीते और दंपति को जुंबान खोलने पर जान से मारने की धमकी देते।
पड़ोसियों को हुआ शक
-शक होने पर पड़ोसियों ने पुलिस बुला ली, छापेमारी हुई तो तीन बदमाश मौके से पकड़ में आ गए।
-जबकि एक को बाद में गिरफतार किया गया।
-पूछताछ में जिस ढंग से लुटेरों ने जवाब दिए, पुलिस भी सन्न रह गई।
-अफसरों की जुंबा से यही शब्द फूटे कि-''खैर बुजुर्गों की जान सलामत बच गई।''
और ऐसी बची दंपति की जान
-बुजुर्ग दंपति खौफ में जुबां तक नहीं खोल पा रहे थे और धीरे-धीरे सब कुछ उनके हाथ से निकल रहा था।
-मगर गुरुवार को देवी शंकर के पड़ोसी हरपाल सिंह और नरेंद्र गंगवार को कुछ शक हुआ।
-यह सोचकर कि चार दिन से दंपती घर के बाहर क्यों नहीं निकले, कुछ अंजान लड़के बाइक पर लगातार घर में आ जा रहे है।
-इसके बाद नरेंद्र गंगवार ने देवी शंकर के फोन पर संपर्क किया, लेकिन कुछ संतोषजनक बात नही हो सकी।
बुजुर्ग ने पड़ोसियों को चुपके से दिया इशारा
-आखिरकार पड़ोसी देवी शंकर के घर पहुंचे, बहुत देर बाद पत्नी विमलेश पाठक बाहर आई।
-डर के मारे उन्होंने बताया कि देवी शंकर का स्वास्थ्य खराब है, लेकिन पड़ोसियों को शक हो गया।
-पड़ोसियों ने दबाव बनाया तो बदमाशों ने देवी शंकर को बाहर भेजा।
-हालांकि डर की वजह से वे बोल कुछ नही पाए। बस अपने बंधक होने का इशारा कर दिया।
-इसके बाद पड़ोसियों ने बारादरी थाना पर सूचना दी, पुलिस ने रिकार्ड टाइमिंग में छापेमारी कर बुजुर्ग दंपती को छुड़ा लिया।
-छापेमारी में तीन बदमाश गिरफ्त में आए, जबकि एक बाद में गिरफ्तार किया गया।
लूट की रकम से किया ऐश
-बदमाशों ने चार दिन तक लूट की रकम से एेश किया।
-इतना ही नहीं एक बदमाश ने तो बुजुर्ग के पैसों से बाइक भी खरीद ली थी।
-बदमाशों ने चार दिन तक बुजुर्ग के घर में पार्टी मनाई।
-पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस की छापेमारी, चारों बदमाश दबोचे, एक है नाबालिग
डीआइजी ने की पूछताछ
-डीआइजी आशुतोष कुमार ने खुद पीडि़त की कहानी सुनकर आरोपियों से पूछताछ की।
-उन्होंने इंस्पेक्टर से कहा कि यह एकदम नए तरीके का अपराध है।
-बुजुर्ग की सुरक्षा के लिए इस तरह के अपराध को रोकने के लिए उचित कार्रवाई करनी होगी।