बिजनौर : घर में लगी आग से एक लड़की की मौत, दूसरी गंभीर
घर पर सो रही दो बच्चियों की बिस्तर में आगे लगने की वजह से दोनों चपेट में आ गयी।
बिजनौर : जिले के कीरतपुर इलाके के एक गांव में घर पर सो रही दो बच्चियों की बिस्तर में आग लगने की वजह से दोनों चपेट में आ गयी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा गया। जहां एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। जबकि उसकी बड़ी बहन की हालत गंभीर बताई जा रही है। बच्ची के पिता ने दूसरी बच्ची को इलाज के लिए मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के गंगदासपुर में एक निजी चिकित्सक (Private Doctor) के पास इलाज करा रहा है। छोटी बेटी की मौत होने के बाद सभी परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
बताया जा रहा है कि जिस समय घर के बिस्तर में आग लगी उस समय घर में कोई भी व्यक्ति नहीं था। मृतक बच्ची के घरवालों ने कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से मना करते हुए बच्ची का अंतिम संस्कार अपने रीति रिवाज के तहत कर दिया है।
कीरतपुर थाना क्षेत्र का मामला
यह मामला बिजनौर के कीरतपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले उमरी गांव का है, जहां दयाराम की दो बेटियां आरजू व नीतू चारपाई पर सो रही थी। बुधवार की देर शाम अचानक से घर में लगा एलईडी बल्ब पिघल कर चारपाई के बिस्तर पर जा गिरा, जिससे बिस्तर में अचानक से आग लग गई। घर पर कोई ना होने की वजह से बिस्तर में लगी आग से 8 वर्षीय आरजू व 6 वर्षीय नीतू गंभीर रूप से झुलस गई। आरजू की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
मोहल्ले वालों की मदद से पीड़ित के पिता ने दोनों बेटियों को आग से बचाकर मुजफ्फरनगर के गंगदासपुर में इलाज करने वाले एक निजी चिकित्सक को दोनों बेटियों को दिखाया था। लेकिन इलाज के दौरान छोटी बेटी नीतू ने कल दम तोड़ दिया। जबकि आरजू की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
नहीं कराया पोस्टमार्टम
वहीं, घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार राधेश्याम व लेखपाल ने मौके का निरीक्षण किया था। इस घटना को लेकर थानाध्यक्ष जीत सिंह ने फोन पर बताया कि दो बच्चियों के झुलसने की सूचना पुलिस को मिली थी, लेकिन बच्ची के पिता ने कोई भी कानूनी कार्रवाई से मना कर दिया है। जिसके तहत मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है।