Meerut News: योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में शामिल दिनेश खटीक का विवादों से है पुराना नाता

योगी कैबिनेट विस्तार में ऐसे चेहरों को शामिल किया गया है जो पहले काफी विवादित रहे...

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-09-27 17:23 IST

दिनेश खटीक की फाइल तस्वीर (फोटो-न्यूजट्रैक)

Meerut News: उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल (Yogi Mantrimandal Vistar) में शामिल किये गये मेरठ के हस्तिनापुर सीट (hastinapur seet) से विधायक दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) का विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी दागी सिपाहियों की पैरवी करने भाजपा विधायक एसएसपी के पास पहुंचे तो मामला लखनऊ तक गूंजा। कभी इंस्पेक्टर और दरोगा को बलिया भिजवाने की धमकी भरा ऑडियो भी सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हुआ। यही नही अभी कुछ महीने पहले ही मेरठ के एक वकील की आत्महत्या के मामले में भी विधायक दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) पर गंभीर आरोप लगे थे, जिसके चलते प्रदेशभर के वकीलों ने इनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गिरफ्तारी की मांग उठाई थी।

बता दें कि मेरठ में गंगानगर थाना क्षेत्र के ईशापुरम में 13 फरवरी की सुबह अधिवक्ता परिषद मेरठ के महामंत्री ओमकार सिंह तोमर (50) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आरोप है कि बेटे के दहेज एक्ट के केस से वह परेशान थे। इस मामले में विधायक दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) समेत 14 के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस घटना को लेकर स्थानीय वकील इतने अधिक आक्रो्शित थे कि उन्होंने पहले थाने पर करीब 10 घंटे तक हंगामा किया और बाद में मेरठ-पौड़ी हाईवे पर जाम लगा दिया।

2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद एसएसपी मेरठ ने 62 दागी सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था। जिसमें भाजपा विधायक दिनेश खटीक चार सिपाहियों की पैरवी करने एसएसपी के पास उनके ऑफिस पहुंचे थे। उन सिपाहियों की पर्ची भी सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हुई। यह पहला ऐसा मामला था जिसमें भाजपा विधायक ने अपनी सरकार का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों की पैरवी की थी।

विधायक दिनेश खटीक ने मवाना में बिजली विभाग के एसडीओ को भी धमकाया था, जिसमें विधायक ने आरोप लगाया था कि बिजली चेकिंग के नाम पर अवैध धन उगाही की जा रही है। एसडीओ ने मवाना थाने में तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर सकी। पुलिस की मदद न मिलने पर भाजपा विधायक की धमकी की ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी।

16 अगस्त, 2018 को भाजपा विधायक दिनेश खटीक ने मवाना थाने में पहुंचकर मवाना इंस्पेक्टर मुनेंद्र पाल सिंह को धमकाया। जहां भाजपा विधायक ने इंस्पेक्टर को बलिया भिजवाने की धमकी दी। महिला की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति को हिरासत में लिया था। भाजपा विधायक आरोपी को छुड़ाने थाने पहुंचे थे। ऑडियो वायरल में यह भी सामने आया था कि यदि वह इंस्पेक्टर का बलिया ट्रांसफर नहीं करा पाए तो राजनीति छोड़ देंगे।

हापुड़ में पंचायती गौशाला के नाम से एक जमीन मेरठ के मवाना तहसील के मिर्जापुर गांव में है। यह जमीन 600 बीघा है। पंचायती गौशाला संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि भाजपा विधायक दिनेश खटीक जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कराने का प्रयास कर रहे हैं।

निर्मल गंगाजन अभियान समिति शांतिकुंज हरिद्वार के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र गिरी की ओर से एक अर्जी एसीजेएम आठ की अदालत में दायर की गई थी। जिसमें कहा था कि 28 नवंबर, 2017 को वह परीक्षितगढ़ क्षेत्र के खादर में पहुंचे। वहां पर कुछ लोग गंगा किनारे खेती के लिए कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। आरोप था कि कब्जा धारियों ने विधायक और उनके भाई का नाम लेते हुए जबरन फसल उगाने की बात कही। परीक्षितगढ़ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

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