Meerut: राज्य महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी बोली, महिलाएं अपने ऊपर हो रहे उत्पीड़न को न करें बर्दाश्त

Meerut: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कराते हुए कहा कि महिलाएं हर मुसीबत का मुकाबला निड़रता व साहस से करें और अपने ऊपर हो रहे उत्पीड़न को बर्दाश्त न करें।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2021-12-24 13:27 GMT

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी समस्या सुनती हुई।  

Meerut: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग (Uttar Pradesh State Women Commission) की सदस्या राखी त्यागी (Member Rakhi Tyagi) ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कराते हुए कहा कि महिलाएं हर मुसीबत का मुकाबला निड़रता व साहस से करें। सरकार व आयोग उनके साथ है। इस अवसर पर सदस्या के सम्मुख 20 महिलाओं ने अपनी समस्याएं रखी। सभी के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रभावी व तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। सुनवाई के उपरांत उन्होंने जिला कारागार का निरीक्षण कर वहां महिला बंदियों से वार्ता की व उनके स्वास्थ्य, भोजन आदि की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

अपने ऊपर हो रहे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न को न करें बर्दाश्त: त्यागी

सर्किट हाउस सभागार (Circuit House Auditorium) में जनसुनवाई करते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी (State Women Commission member Rakhi Tyagi) ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वह अपने ऊपर हो रहे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न को बर्दाश्त न करें, बल्कि उसका डटकर सामना करें। महिलाओं के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए महिला आयोग (Uttar Pradesh State Women Commission) का गठन किया गया है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह सरकार द्वारा संचालित महिला हेल्पलाइन 181(Women Helpline 181), वन स्टाॅप सेन्टर की मदद लें। पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि महिलाएं न्याय व मदद पाने के लिए इधर उधर न भटके।

भारतीय संविधान ने महिला और पुरूष को दिए समान मौलिक अधिकार

राज्य महिला आयोग की सदस्या राखी त्यागी (State Women Commission member Rakhi Tyagi) ने कहा कि भारतीय संविधान (Indian Constitution) में समानता की दृष्टि से महिला और पुरूष को समान मौलिक अधिकार दिए गए हैं। महिलाओं को भी समाज में पुरूषों के समान अधिकार प्राप्त है इसलिए वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सहायता के लिए आयोग द्वारा व्हाटस एप नम्बर 06306511708 जारी किया गया है।

इन मामलों पर आए शिकायतें व प्रार्थना पत्र

जनसुनवाई के दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्या के समक्ष घरेलू हिंसा, जमीन विवाद, पति व ससुराल जनो द्वारा परेशान किए जाने व आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग सहित कुल 20 शिकायतें व प्रार्थना पत्र आए। सभी के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रभावी व तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। इस अवसर पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व महिलाएं उपस्थित रहे।

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